इस देश में लॉकडाउन के बाद लोग लूट रहे शराब की दुकानें, महिलाओं पर अत्याचार के मामले भी बढ़े
जोहान्सबर्ग. दुनिया के 200 से ज्यादा देशों पर कोरोना का कहर जारी है। अब तक 1.2 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कई देशों ने लॉकडाउन का ऐलान किया है। इसी तरह से दक्षिण अफ्रीका में भी कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। लेकिन यहां लॉकडाउन के चलते कुछ अलग तरह की मुसीबतें पैदा हो गई हैं। यहां हाल ही में एक शख्स के घर पर बीयर मिलने के बाद उसे अधिकारियों ने बुरी तरह पीटा, इसके बाद उसकी मौत हो गई। वहीं, कई जगह खाने को लेकर भी हिंसक झड़पें सामने आई हैं।
Asianet News Hindi | Published : Apr 14, 2020 2:11 PM IST / Updated: Apr 14 2020, 08:12 PM IST
द अफ्रीका में पांच हफ्तों के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। इसके चलते यहां संक्रमण के मामलों में कमी आई है। साथ ही अपराध भी कम हुआ है। लेकिन यहां कुछ हिंसक झड़पें भी देखने को मिलीं। (फोटो- यहां जोहान्सबर्ग में जब एक संस्था खाना बांटने पहुंची तो अपना नाम लिस्ट में ना पाकर शख्स लड़ाई झगड़े पर उतारू हो गया। )
द अफ्रीका में लॉकडाउन के ऐलान के बाद करीब 5.7 करोड़ लोग घर में कैद हो गए। यहां सिर्फ मेडिकल और राशन की ही कुछ दुकानों को छूट दी गई है। वहीं, अप्रैल के आखिर तक शराब और सिगरेट की ब्रिकी पर भी रोक लगा दी गई है।
इसके चलते अफ्रीका के कई शहरों से शराब की दुकानों को लूटने की भी घटनाएं सामने आई हैं। वहीं, लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस पर भी मारपीट के आरोप लग रहे हैं।
यहां आरोप है कि राजधानी जोहान्सबर्ग के अलेक्सजेंडर में एक शख्स के घर पर बीयर मिलने के बाद सेना के जवान ने उसे लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में बुरी तरह से पीटा। इसके बाद उसकी मौत हो गई। वहीं, अफ्रीकी सेना का कहना है कि इस मामले में जांच चल रही है।
केपटाउन और आसपास के इलाकों में शराब की 16 दुकानें लूटी गई हैं। अब तक इन मामलों में 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दक्षिण अफ्रीका में लॉकडाउन के बाद महिलाओं के खिलाफ अत्याचार भी बढ़े हैं। अब तक यहां 2300 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, 148 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक मामले में जब पुलिसकर्मी जांच करने पहुंचा तो एक शख्स ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में उसने भी आत्महत्या कर ली।
अफ्रीकी राष्ट्रपति रामफोसा ने कहा, यह हमारे लिए काफी परेशान करने वाला है कि मुश्किल वक्त में महिलाओं और लड़कियों के साथ हिंसा हो रही। उन्हें मदद मांगने के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
अफ्रीका के 54 देशों में से 52 में कोरोना का संक्रमण फैला है। अब तक 14500 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। जबकि 788 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से द अफ्रीका सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां अब तक संक्रमण के 2100 मामले सामने आए हैं। वहीं, 25 लोगों की मौत हो चुकी है।
हालांकि, लॉकडाउन के बाद संक्रमण रोकने में काफी हद तक कामयाबी मिली है। यहां मामले 42% से घटकर 4% आ गए हैं। द अफ्रीका में 27 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था।
अफ्रीका में लॉकडाउन के चलते सभी उद्योग धंधों को बंद कर दिया गया है। इसके चलते यहां मजदूर और गरीबों की स्थिति काफी खराब हो चुकी है।
यहां लोग दिनभर सड़क पर खड़े रहकर खाना देने वाली संस्थाओं का इंतजार करते हैं। सोमवार को जोहान्सबर्ग में कूड़ा कचरा बीनने वाले लोगों को खाना बांटने जब संस्था पहुंची तो लोगों की इस तरह से भीड़ लग गई।
कचरा बीनने वाले ईस्थर सोटो ने बताया, लॉकडाउन के बाद हम भूखे हैं। हम अपने बच्चों को भी खाना नहीं खिला पा रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग हमारी मदद के लिए आ रहे हैं।