ये है अफगानिस्तान की जन्नत; जिसे Taliban अब तक जीत नहीं पाया है, जानिए फिर से क्यों युद्ध का खतरा मंडरा रहा

काबुल. अफगानिस्तान का पंजशीर प्रांत(Panjshir Province) जन्नत से कम नहीं है। प्राकृतिक खूबसूरती से भरे इस प्रांत को अब तक Taliban जीत नहीं पाया है। यहां उसे नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स(NRF) से कड़ी टक्कर मिल रही है। हालांकि यह अलग बात है कि तालिबान की क्रूरता-हत्याओं के बाद हजारों लोगों को यहां से पहाड़ों पर शरण लेनी पड़ी है। चूंकि तालिबान NRF को नहीं जीत पा रहा, इसलिए वो ग्रामीणों को टॉर्चर कर रहा है। आइए देखते हैं पंजशीर के कुछ खूबसूरत फोटो और जानते हैं अफगानिस्तान का ताजा हाल...
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 2, 2021 5:52 AM IST / Updated: Oct 02 2021, 11:38 AM IST
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ये है अफगानिस्तान की जन्नत; जिसे Taliban अब तक जीत नहीं पाया है, जानिए फिर से क्यों युद्ध का खतरा मंडरा रहा

अमेरिका ने एक बार फिर तालिबान (Taliban) पर हमला करने के संकेत दिए हैं। ये संकेत अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन (Pentagon) से मिले हैं। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक पेंटागन सचिव जॉन किर्बी ने कहा है कि अमेरिका (America) को हक है कि वह अफगानिस्तान में ड्रोन स्ट्राइक जारी रखे और आतंक से लड़ाई लड़ते हुए अपने राष्ट्र को सुरक्षित करें।

पंजशीर प्रांत के जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट:Getty

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पंजशीर (जिसे पंजशेर और पंजशीर भी कहा जाता है) देश के उत्तरपूर्वी भाग में स्थित अफगानिस्तान के चौंतीस प्रांतों में से एक है। प्रांत को सात जिलों में विभाजित किया गया है और इसमें 512 गांव हैं। यह प्रकृति का खूबसूरत स्थल है।

पंजशीर प्रांत के जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट:Getty
 

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पंजशीर ( Panjshir; शाब्दिक अर्थ : पांच शेर) अफगानिस्तान का एक प्रांत है, जो पूर्व में स्थित है। इसका क्षेत्रफल 3,610 वर्ग किमी है और इसकी आबादी 2009 में लगभग 1.4 लाख के करीब थी।

पंजशीर प्रांत के जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट:Getty

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पंजशीर प्रांत की राजधानी बाज़ारक  शहर है। यहां के ज़्यादातर लोग फ़ारसी बोलने वाले ताजिक लोग हैं। पंजशीर प्रान्त में मशहूर पंजशीर वादी आती है और इसे अप्रैल 2004 में परवान प्रान्त को बांटकर बनाया गया था।

पंजशीर प्रांत के जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट:Getty

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पंजशीर का 'शीर' शब्द वही है, जो हिन्दी में 'शेर' के रूप से जाना जाता है। फ़ारसी में इसका अर्थ 'सिंह' (बब्बर शेर) होता है, जबकि हिन्दी में इसका अर्थ 'बाघ' होता है। यह नाम पांच भाइयों के सम्मान में रखा गया है, जिन्होंने 10वीं शताब्दी ईसवी में महमूद ग़ज़नी ले लिए यहां एक दुर्गम नदी पर बांध डाला था।

पंजशीर प्रांत के जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट:Getty

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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान ने 15 अगस्त को कब्जा कर लिया था, लेकिन पंजशीर प्रांत अभी भी जीत से दूर है। 

पंजशीर प्रांत के जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट:Getty

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अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाकर Taliban के शरिया कानून लागू कर दिया है। पुरुषों को दाढ़ी-मूंछे कटवाने की मनाही है। लेकिन सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं को हो रही है। उन्हें 5वीं के बाद आगे स्कूल जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं, फैशन, जॉब आदि की भी मनाही है। इसे लेकर महिलाएं अब खुलकर विरोध करने लगी हैं। 

फोटो क्रेडिट: Panjshir_Province

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यह तस्वीर Panjshir_Province के twitter पेज पर शेयर की गई है। इसमें लिखा गया कि पंजशीर प्रांत के पियावुष्ट गांव (Piawusht village )में  प्रतिरोध बलों(resistance  forces) द्वारा तालिबान को भारी नुकसान हुआ है।


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यह तस्वीर Panjshir_Province के twitter पेज पर शेयर करते हुए लिखा गया कि पंजशीर प्रांत का 70% NRF नियंत्रण में है।  Paryan, Darra & Abshar NRF के अधीन हैं। विरोध जारी है। #StandWithPanjshir

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चूंकि पंजशीर प्रांत दुर्गम इलाके का हिस्सा है, इसलिए तालिबान आसानी से वहां तक नहीं पहुंच पा रहा है। NRF के लड़ाके उसे अंदर प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं।

फोटो क्रेडिट: Panjshir_Province

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