कोरोना वायरस से चीन में हड़कंप; लोगों को रोकने के लिए सड़कों को कर रहे बंद, वायरल हुईं तस्वीरें
बीजिंग. चीन में कोराना वायरस से हड़कंप मचा हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन में लगातार बढ़ती मौतों की संख्या चिंतित है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वायरस के संक्रमण से अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर बहस भी हो रही है। तमाम लोग चाइनीज सामान के बायकॉट की बात भी कर रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2020 12:38 PM IST / Updated: Jan 27 2020, 07:00 PM IST
सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें शेयर हो रही हैं जिसमें कहा जा रहा है कि चीन के शहरों में लोग सड़को को बंद करे रहे हैं ताकि न कोई बाहर वाला शहर में दाखिल हो और न ही कोई शहर का बाहर जा सके। सोशल मीडिया पर ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं जिनमें बताया जा रहा कि, शहर में महामारी फैलने को लेकर लोग सतर्क हो रहे हैं और अपने स्तर पर भी कवायद कर रहे हैं।
ट्विटर पर लोग फोटोज शेयर कर रहे हैं जिसमें चीनी नागरिकों को शहरों में बैन किए जाने की अफवाह है। वहीं अधिकतर लोग इस महामारी पर शोक भी जता रहे हैं।
चीन में इस बीमारी का केंद्र वुहान और हुबेई प्रांत के 17 अन्य शहरों को बताया जा रहा है जहां विषाणु ने सबसे अधिक लोगों की जान ली है। अब बीजिंग समेत चीन के अन्य प्रांतों और शहरों में भी इस प्रकार के मामले तेजी से फैल रहे हैं।
ऐसे में चीन के दूसरे शहरों में लोग लोकल रास्तों को बंद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर कर रास्तों को बंद करने का दावा किया जा रहा है। हालांकि इनकी असलियत का कुछ पता नहीं चला है।
ऐसी तस्वीरें शेयर करने वाले ट्विटर यूजर ट्रिस्टन कैडरीन का दावा है कि, चीनी लोग रास्ते बंद कर रहे हैं जिससे वे अंदर और बाहर जाने वालों की निगरानी कर सकें।
वायरस के फैलने के बाद चीन में पूरी तरह भयानक माहौल है। लोग डर में है, चेहरे पर मास्क लगे हुए हैं। हर दूसरा शख्स मास्क में नजर आ रहा हैं। सांस लेने पर तेजी से फैल रहे इस वायरस के संपर्क में आते ही लोग ढेर हो जा रहे हैं। जिसके फोटोज और वीडियो सोशल मीडिया पर छाए हैं। हालांकि इनकी सत्यता का दावा नहीं किया जा सकता।
वुहान से शुरू संक्रमण पूरे चीन में फैल गया है और अमेरिका सहित करीब एक दर्जन देशों में इससे संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। अमेरिका, फ्रांस और रूस अपने नागरिकों को वुहान से निकालने की तैयारी कर रही है। वहीं अन्य देश संक्रमण रोकने के लिए संभावित संक्रमितों को अलग स्थान पर रखने की वैकल्पिक व्यवस्था कर रही है।
अधिकतर देशों में लोग हैरान हैं कि चीन में चमगादड़ के गोश्त को खाया जाता है। बैट सूप के कारण फैले इस वायरस को लेकर लोगों ने चीनी नागरिकों का मजाक भी उड़ाया है। हालांकि चीन के वुहान शहर में फैली इस बीमारी पर दुनिया भर से लोग संवेदना जाहिर कर रहे हैं।
सार्स जैसी इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए अपने प्रयासों में तेजी लाते हुए चीन ने रविवार को ऐलान किया कि वह वुहान में अगले 15 दिन में 1300 बिस्तरों का एक और अस्थायी अस्पताल बनाएगा। शहर में इस समय एक हजार बिस्तरों का अस्पताल पहले ही बनाया जा रहा है जिसका काम दस दिन में पूरा हो जाएगा।
सार्स जैसे विषाणु से संक्रमित होने वालों की संख्या 3000 पहुंचने की आशंका हैं। सोशल मीडिया पर लोग चीनी नागरिकों के जानवरों के खाने का मजाक उड़ा रहे हैं। ये मीम्स इसी बात को दर्शाता है।
हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान 1.1 करोड़ आबादी वाला शहर है और संक्रमण का मुख्य केंद्र हैं। हुबेई के महापौर ने रविवार को बताया कि 56 लोगों की मौत हुई है, 1975 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है जबकि शहर में 1,000 नए मरीज होने की आशंका है। यह जानकारी सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने दी। सोशल मीडिया पर लोगों का ये भी कहना है कि चीन में उइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित करने के लिए चीनियों को सजा मिल रही है।
महापौर झोउ शियांवांग ने कहा, ‘‘यह संभव है कि करीब एक हजार विषाणु संक्रमण के मामले हैं।’’ सोशल मीडिया पर अफवाह है कि, वुहान शहर में अधिकतर लोगों को नजरबंद कर दिया गया है ताकि वायरस दूसरों में न फैले।
शहरों को बंद करने के साथ सरकार और अधिक डॉक्टरों और नर्सों को वुहान भेज रही है। 1350 स्वास्थ्यकर्मी पहले ही वुहान पहुंच चुके हैं और 1,000 स्वास्थ्य कर्मियों को और भेजा जा रहा है।
हालात के गंभीर होने के बीच, राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शनिवार को कहा कि चीन एक ‘‘गंभीर स्थिति’’ का सामना कर रहा है लेकिन साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि चीन कोरोनावायरस के खिलाफ इस लड़ाई को जीत लेगा।