कोरोना से खौफ में चीन, अब इस शहर में कुत्ते और बिल्ली खाने पर लगेगी रोक
हेन्झेन. कोरोना का कहर दुनिया के 200 से ज्यादा देशों पर है। चीन के वुहान से शुरू हुई इस महामारी में अब तक करीब 49 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 9.5 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। ऐसे में चीन के शेन्झेन ने कुत्ते और बिल्ली खाने पर रोक लगाने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि प्रशासन यह कदम कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए उठा रहा है। दरअसल, वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोनावायरस जानवरों से ही इंसान में फैला है।
चीन में कोरोना से अब तक 3300 ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 81 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जबकि 76 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। दिसंबर में चीन के वुहान में ही दिसंबर 2019 में कोरोना का पहला मामला सामने आया था।
कुछ वैज्ञानिकों और रिपोर्ट के मुताबिक, हुबेई का वुहान शहर में संक्रमण सबसे पहले उन लोगों में फैला, जो यहां जानवरों (चमगादड़, सांप, छछूंदर) के बाजार से संपर्क में थे। वुहान में बड़ी संख्या में जानवरों को बेंचा खरीदा जाता है।
कोरोना से दुनियाभर में 9.5 लाख लोग संक्रमित हैं। ऐसे में चीनी शहर शेन्झेन प्रशासन ने फैसला किया है कि यहां 1 मई से कुत्तों और बिल्ली के खाने पर रोक लगेगी।
सरकार का कहना है कि कुत्ते और बिल्ली पालतू जानवरों में हैं। अन्य जानवरों की तुलना में इनके मनुष्य से ज्यादा अच्छे संबंध होते हैं। हॉन्गकॉन्ग और ताइवान में यह नियम पहले से लागू है और आम बात है।
इससे पहले चीन के वुहान में फरवरी में जंगली जानवरों की खरीद और ब्रिकी पर रोक लगाई गई थी। हालांकि, चीन में अब स्थिति काबू में है। यहां पहले की तुलना में काफी कम मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में वुहान में भी अब प्रतिबंध हटने शुरू हो गए हैं।
चीन के वुहान में ही कोरोना से देश में सबसे ज्यादा करीब 3000 लोगों की मौत हुई है। ऐसे में यहां अब जब नए मामलों में कमी आई है। सोमवार को बाजार, मॉल और कुछ सेवाएं शुरू की गईं।
वुहान में 2 महीने के लॉकडाउन के बाद कुछ मॉल, मार्केट, मीट मार्केट और सार्वजनिक जगहों को आम लोगों के लिए खोल दिया गया। हालांकि, यहां आम दिनों की तरह भीड़ तो नहीं दिखी। लेकिन वुहान के खुलने पर लोगों में जश्न जैसा माहौल रहा।
डेली मेल की खबर के मुताबिक, लोगों ने महामारी पर जश्न को खरगोश, बत्तखों को खाकर मनाया। रिपोर्ट के मुताबिक, यहां शहर के कई घरों की छतें बिल्ली, कुत्ते, बतखों और खरगोशों के खून से लाल दिखीं। हालांकि, सरकारी गार्ड तैनात होने की वजह से कोई इन तस्वीरों को नहीं ले सका।
वहीं, वुहान में 2 महीने के बाद कुछ मॉल और बाजार भी खुले। कुछ कर्मचारी भी दोबारा काम पर पहुंचे। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां पहले दिन आम दिनों की तुलना में सिर्फ 20% लोग पहुंचे।
हुबेई प्रांत के वुहान में 23 जनवरी को लॉकडाउन लगाया गया था। यहां करीब 5 करोड़ लोग घरों में कैद थे।