विरोधियों के साथ सुलूक
सर्गेई स्क्रिपल: 4 मार्च 2018 को जहर दिया गया था।
एलेक्जेंडर पेरेपीलिछनी: 2012 में चाय में जहर पिलाया।
व्लादिमीर कारामुर्जा: 2015 से 2017 के बीच कई बार जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी।
एलेक्जेंडर लितविनेंको: ग्रीन टी में जहरीला पदार्थ पोलोनियम-210 मिलाकर पिलाया गया था।
(प्रदर्शन की तस्वीर, साभार-एपी, एएफपी, रायटर्स)