तालिबान अपने लड़ाकों को घर-खेत देने के लिए शिया मुसलमानों को विस्थापित कर रहा, मौत के डर से लाखों हुए बेघर

काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) शासन आने के बाद शिया मुसलमानों (Shia Muslims) को विस्थापित किया जा रहा है। शिया समुदाय (Shiites) के साथ खून की होली खेली जा रही है। ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW)  ने शिया मुसलमानों के जीनोसाइड का अंदेशा जताया है। शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार तालिबान अपने समर्थकों को जमीन बांटने के लिए साजिशन शिया मुसलमानों के खात्मे में लगे हैं। कई प्रांतों में शिया मुसलमानों के विस्थापन के लिए मूल निवासियों के साथ जबर्दस्ती कर रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 22, 2021 4:55 PM IST
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तालिबान अपने लड़ाकों को घर-खेत देने के लिए शिया मुसलमानों को विस्थापित कर रहा, मौत के डर से लाखों हुए बेघर

ह्यूमन राइट्स वॉच की रिपोर्ट है चौकाने वाली

ह्यूमन राइट्स वॉच ने अफगानिस्तान में शिया मुसलमानों की स्थितियों पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार तालिबान और संबंधित मिलिशिया ने अक्टूबर 2021 के महीने में दक्षिणी हेलमंद प्रांत और उत्तरी बल्ख प्रांत से सैकड़ों हजारा परिवारों को जबरन बेदखल किया। इसके पहले हजारों परिवारों को दाइकुंडी, उरुजगन और कंधार प्रांतों से बेदखल कर दिया गया था। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा के बाद इन सभी पांचों प्रांतों में यहां के शिया निवासियों को घरों और खेतों को छोड़ने पर मजबूर किया जा रहा है। 

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तालिबान कर रहा जबर्दस्ती

एचआरडब्ल्यू के एशिया निदेशक पेट्रीसिया गोसम ने कहा कि तालिबान अपने लड़ाकों को अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद पुरस्कार स्वरूप उनके घर और खेत दे रहा है। इसके लिए वह जाति व राजनीतिक आधार पर हजारों लोगों को बेदखल कर रहा है। 

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रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान में बढ़ते मानवीय संकट के बीच  शिया समुदाय के हजारों लोग इस वक्त कठिन समय का सामना कर रहे हैं। रिफ्यूजी कैंप्स में भोजन की कमी भी झेल रहे हैं। 

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अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने पिछले महीने कहा था कि अफगानिस्तान में कुल 55 लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के OSHA की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले आठ महीनों में 5 लाख 592 से अधिक विस्थापित हुए। 

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दरअसल, अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद आतंकी गतिविधियां तेज हो गई है। सक्रिय हुआ आईएसआईएस (ISIS-K) खुलेआम शिया समुदाय (Shia Muslims)को चेतावनी दी है कि शिया समाज के लोग जहां भी होंगे वह ढूंढकर मारेंगे। आईएस लगातार बम विस्फोट कर शिया समुदाय को निशाना बना रहा है। पिछले दो जुमे के दौरान अलग-अलग मस्जिदों (Shiites Mosque)में विस्फोट कर डेढ़ सौ से अधिक शिया मुसलमानों को मौत के घाट उतारा जा चुका है।

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शुक्रवार को बनाया जा रहा शिया मस्जिदों को निशाना

कंधार प्रांत में शुक्रवार को एक शिया मस्जिद को निशाना बनाया गया। यहां हुए एक शक्तिशाली विस्फोट में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 80 से अधिक लोग घायल हो गए। हमले का दावा आईएस-के ने किया था। 8 अक्टूबर को अफगानिस्तान के कुंदुज में एक शिया मस्जिद पर हुए एक और आतंकवादी हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए और कई घायल हो गए। उत्तरी अफगानिस्तान के कुंदुज में सैयद अबाद मस्जिद में उस समय घातक विस्फोट हुआ जब स्थानीय निवासी शुक्रवार की नमाज के लिए मस्जिद में शामिल हुए। 

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