तेहरान. इन दिनों ईरान हिजाब विरोधी हिंसक प्रदर्शन(Anti-hijab protests in Iran) के कारण दुनियाभर की मीडिया में चर्चा में है। लेकिन इसी ईरान में रहने वाले एक समुदाय की महिलाएं पश्चिमी देशों की तर्ज पर बिंदास जीवन गुजारती हैं। वे घोड़सवारी करती हैं, बंदूक चलाती हैं। यह कोई नहीं जानता कि दुर्गम ज़ाग्रोस पर्वत(Zagros Mountains) में बसने से पहले बख्तियारी लोग(Bakhtiari people ) कहां से आए थे। लेकिन पिछले कई हजार वर्षों में उनकी जड़ें इस भूमि में गहरी हो गई हैं। यह अब पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी ईरान में है। बख्तियारी मुख्य रूप से चाहरमहल और बख्तियारी और पूर्वी खुज़ेस्तान, लोरेस्टन, बुशहर और इस्फहान प्रांतों में निवास करते हैं। बख्तियारी शब्द का अर्थ भाग्य के साथी या सौभाग्य के वाहक से है। यह दो छोटे शब्दों बख्त और यार को जोड़कर बना है। बख्त का फारसी में अर्थ भाग्य है। जबकि यार, इरी का शाब्दिक अर्थ है साथी। आइए जानते हैं इस दिलचस्प जनजाति के बारे में...