जब तालिबान ने मलाला पर हमला किया था, तब उनकी उम्र महज 15 साल की थी। उन्हें गंभीर हालत में ब्रिटेन इलाज के लिए ले जाया गया था। वहां सर्जरी के बाद उनकी जान बची थी। मलाला के पिता को ब्रिटेन स्थित पाकिस्तानी दूतावास में नौकरी दी गई थी।
(निकाह के दौरान असर के साथ मलाला)