Published : Aug 16, 2020, 03:43 PM ISTUpdated : Aug 16, 2020, 07:11 PM IST
नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर है। कोरोना की वैक्सीन और उससे जुड़ीं कई रिसर्च भी चल रहीं हैं। अब अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कोरोना के लक्षण के क्रमों को डिकोड करने में सफलता पा ली। वैज्ञानिकों के मुताबिक, कोरोना संक्रमित होने के बाद सबसे पहले बुखार आता है, इसके बाद खांसी और मांसपेशियों में दर्द, जी मचलना और उल्टी-दस्त लगने लगते हैं।
माना जा रहा है कि इस शोध से फायदा मिल सकता है। कोरोना के लक्षण पता होने से रोगियों को तुरंत इलाज में मदद मिल सकती है या जल्द से जल्द मरीज को आइसोलेट किया जा सकता है।
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फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ मैगजीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, लक्षणों के क्रम का पता चलने से डॉक्टरों को रोगियों के इलाज की योजना बनाने में मदद मिल सकती है। इतना ही नहीं शुरुआत में ही मरीज में कोरोना को नियंत्रित किया जा सकता है।
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अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के रिसर्चर पीटर कुन ने बताया कि इस क्रम के जानने से हमें ये पता लगाने में आसानी होगी कि हम कोरोना के लक्षण की तरह दिखने वाले फ्लू जैसी बीमारियों की साइकिल से कब आगे निकल रहे हैं।
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वहीं, रिसर्चर जोसेफ लार्सन ने कहा, कोरोना के इलाज के लिए अब बेहतर द्दष्टिकोण उपलब्ध हैं। इससे मरीजों की पहले ही पहचान कर अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है।
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मर्स या सार्स समेत कई बीमारियों में भी बुखार और खांसी जैसे लक्षण होते हैं। हालांकि, ऊपरी और निचले गेस्ट्रोइनेस्टाइनल ट्रैक्ट में लक्षणों को देखते हुए कोरोना का पता लगाया जा सकता है।
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वैज्ञानिकों के मुताबिक, ऊपरी गेस्ट्रोइनेस्टाइनल ट्रैक्ट से जी मचलना-उल्टी और निचले गेस्ट्रोइनेस्टिनल ट्रैक्ट दस्त जैसी समस्याएं आती हैं। ये अन्य फ्लू से अलग लक्षण होते हैं।