अब जानते हैं कोरोना और महिलाएं
'यूएन वुमन' के नए 'ग्लोबल डेटा' के अनुसार उसने 38 सर्वे में निम्न और मध्यम आय वाले देशों को शामिल किया था। इससे पता चला कि पहले महिलाएं 80 प्रतिशत काम बिना वेतन वाला करती हैं। यह घरेलू काम होता है। कोरोना वायरस से पहले आदमी यही काम एक घंटे करते थे, जबकि महलिाएं 3 घंटे। अब यह दोगुना हो गया है। बता दें कि यूएन वुमन की स्थापना संयुक्त राष्ट्र सुधार एजेंडे के तहत हुई थी। भारत में इसकी मौजूदगी 1988 से हुई।