गाम्बिया में कफ सिरप से 66 मौतों का मामला, कंपनी की दो यूनिट्स में जांच शुरू, निर्यात पर रोक

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत भारत में बने सर्दी-खांसी के 4 कफ सिरप पीने के कारण हुई है।

Ujjwal Singh | Published : Oct 6, 2022 8:46 AM IST / Updated: Oct 06 2022, 02:51 PM IST

सोनीपत(Haryana). विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत भारत में बने सर्दी-खांसी के 4 कफ सिरप पीने के कारण हुई है। इस चेतावनी के बाद केंद्र सरकार ने हरियाणा स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा निर्मित चार कफ सिरप की जांच शुरू कर दी है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ ने भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) को कफ सिरप के बारे में सतर्क कर दिया है। कंपनी द्वारा बनाए गए इस सिरप के निर्यात पर रोक लगा दी गई है।

सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने तुरंत मामले को हरियाणा नियामक प्राधिकरण के समक्ष उठाया और इसकी विस्तृत जांच शुरू कर दी है। सूत्रों ने कहा कि कफ सिरप का निर्माण हरियाणा के सोनीपत में मेसर्स मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, ऐसा लगता है कि फर्म ने इन दवाइयों को केवल गाम्बिया को ही निर्यात किया था। कंपनी ने अभी तक इन आरोपों का जवाब नहीं दिया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने की मामले की पुष्टि 
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और हरियाणा खाद्य एवं औषधि प्रशासन के तहत ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की एक टीम ने दवा कंपनी से सिरप के 5 सैंपल लिए हैं। इन्हें कोलकाता में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। वहीं हरियाणा के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच पिछले शनिवार से चल रही है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान सभी आवश्यक नमूने और दस्तावेज एकत्र किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि उत्पाद और विक्रेताओं की सूची और कंपनी की रिपोर्ट सहित दस्तावेजों की जांच की जा रही है। 

हिमाचल के बद्दी में भी है कंपनी का एक यूनिट 
कफ सिरप वाली कंपनी मेडिन फार्मास्युटिकल लिमिटेड की एक यूनिट इंडस्ट्रियल एरिया बद्दी में भी चल रही है। हालांकि इस यूनिट में इन कफ सिरप का उत्पादन फिलहाल नही हो रहा है। ड्रग कंट्रोलर के निर्देशों पर ड्रग विभाग बद्दी की एक टीम ने कंपनी में निरीक्षण शुरू कर दिया है। WHO के अलर्ट के बाद DCGI ने हिमाचल के ड्रग डिपार्टमेंट ने सभी ड्रग इंस्पेक्टरों को कफ सिरप के इन चार प्रोडक्ट पर खास नजर रखने के निर्देश दिए है। अगर कहीं पर भी ये प्रोडक्ट मिलते हैं तो तुरंत सूचित करने को कहा है।

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