कोरोनावायरस के डर से रिश्ते-नाते भी मरने लगे हैं। ऐसा ही एक दु:खद मामला हरियाणा के यमुनानगर जिले में सामने आया है। इटली में कोरोनावायरस से बड़े भाई की मौत की खबर सुनकर भी छोटे भाई ने अपने दिल पर पत्थर रख लिया। ताकि यहां किसी को परेशानी न हो।
यमुनानगर, हरियाणा. कोरोनावायरस के डर से रिश्ते-नाते भी मरने लगे हैं। ऐसा ही एक दु:खद मामला हरियाणा के यमुनानगर जिले में सामने आया है। इटली में कोरोनावायरस से बड़े भाई की मौत की खबर सुनकर भी छोटे भाई ने अपने दिल पर पत्थर रख लिया। ताकि यहां किसी को परेशानी न हो। दरअसल, जब छोटे भाई को इटली से खबर मिली कि उसके भाई की मौत हो चुकी है..क्या वो डेड बॉडी इंडिया ले जाना चाहेंगे? इस पर छोटे भाई ने मना कर दिया और कहा कि उसका अंतिम संस्कार वहीं कर दो। छोटे भाई ने ऐसा किसी नाराजगी की वजह से नहीं कहा। वो नहीं चाहता था कि बड़े भाई की लाश के जरिये कोरोनावायरस यहां किसी को संक्रमित करे।
8 साल पहले इटली गया था शख्स...
48 साल का विपिन साढौरा का रहने वाला था। वो करीब 8 साल पहले इटली गया था। इस दौरान वो एक बार ही इंडिया आया था। विपिन के भाई अशोक ने एक मीडिया को बताया कि विपिन की दो बेटियां हैं। उसकी पत्नी उसे मायके लेकर चली गई थी। इस बीच पत्नी ने दूसरी शादी कर ली। विपिन का अपनी पत्नी से भी कोई संपर्क नहीं था। अशोक ने कहा कि वे उसके शव को यहां लाकर किसी के लिए जोखिम पैदा नहीं करना चाहते थे। अशोक को सोमवार शाम को भारत सरकार से पत्र मिला था। जिसमें बताया गया कि विपिन की कोरोनावायरस से मौत हो गई है। अशोक ने कहा कि वो और उसके परिजन विपिन का आखिरी बार भी चेहरा नहीं देख पाएंगे, लेकिन उन्हें दिल पर पत्थर रखकर यह फैसला लेना पड़ा। विपिन की मां का पिछले महीने ही निधन हुआ था। बिलासपुर एसडीएम नवीन आहूजा ने बताया कि विपिन के परिजनों की इच्छा पर भारत सरकार आगे की कार्यवाही करेगी।
उल्लेखनीय है कि दुनिया के सभी 195 देश कोरोनावायरस की चपेट में हैं। कोरोनावायरस अब तक 16,510 लोगों की जान ले चुका है। 3 लाख 78 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। हालांकि अच्छी खबर यह है कि इसमें से 1 लाख से ज्यादा मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(ICMR) के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 471 है।