निकिता हत्याकांड में एक और चौंकाने वाला खुलासा, इंतजार में घंटेभर तक बैचेन होकर टहलता रहा तौसीफ

26 अक्टूबर को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में पेपर देकर लौट रही 21 साल की छात्रा निकिता की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में रोज नये खुलासे हो रहे हैं। बता दें कि नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब आलम के चचेरे भाई तौसीफ ने अपने दोस्त रेहान के साथ मिलकर शाम 4 बजे घटना को अंजाम दिया था।

Asianet News Hindi | Published : Oct 31, 2020 9:01 AM IST / Updated: Nov 01 2020, 01:52 PM IST

फरीदाबाद, हरियाणा. बल्लभगढ़ में हुए निकिता तोमर हत्याकांड में जांच कर रही एसआईटी के सामने लगातार नये खुलासे हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच की एक टीम ने घटनास्थल पर जाकर निकिता की हत्या की घटना का दृश्य दोहराया। आरोपी ने बताया कि वो एक घंटे पहले ही रेहान के साथ कॉलेज पहुंच गया था। आरोपियों ने पहले ही तय कर लिया था कि उन्हें कहां रुक कर निकिता का इंतजार करना है और फिर किस रास्ते से भागना है। कार रेहान चलाकर ले गया था। उन्हें लगा रहा था कि कहीं निकिता ऑटो या अन्य किसी गाड़ी में बैठकर घर नहीं चली जाए, इसलिए जब तक वो एग्जाम देकर बाहर नहीं आ गई, तब तक दोनों बैचेन होकर यहां-वहां टहलते रहे।

8 प्वाइंट मेंः निकिता मर्डर केस की पूरी कहानी...

Latest Videos

- 26 अक्टूबर को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में पेपर देकर लौट रही 21 साल की छात्रा निकिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब आलम के चचेरे भाई तौसीफ ने अपने दोस्त रेहान के साथ मिलकर सोमवार शाम 4 बजे घटना को अंजाम दिया।

- निकिता बी कॉम थर्ड ईयर की स्टूडेंट थी। पेपर देकर लौट रही निकिता को बीच रास्ते तौसीफ ने गाड़ी में खींचने की कोशिश की। इनकार करने पर तौसीफ ने उसे गोली मार दी। घटना के 5 घंटे बाद पुलिस ने तौसीफ और रेहान को गिरफ्तार कर लिया। दोनों दो दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। बता दें, मुख्य आरोपी फिजियोथैरेपी का कोर्स कर रहा है।

- फरीदाबाद पुलिस की 10 टीम ने 5 घंटे में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने मोबाइल नंबर बंद नहीं किया था। वह लगातार कुछ लोगों के संपर्क में थे। इसलिइए पुलिस के राडार से वो बच नहीं पाया।

- बता दें, तौसीफ 12वीं तक निकिता के साथ ही पढ़ा था। वो निकिता पर दोस्ती और धर्म बदलने के लिए दबाव बनाता था। कहता था, मुस्लिम बन जाओ, हम शादी कर लेंगे। 2018 में वो एक बार निकिता को किडनैप कर चुका है।

- 3 अगस्त 2018 को तौसीफ ने 3-4 सहेलियों के साथ निकिता को जबरदस्ती कार में बैठाया था। कुछ दूरी पर सहेलियों को उतारकर निकिता को किडनैप कर ले गया था। सहेलियों और परिजनो ने पुलिस को निकिता के अपहरण की जानकारी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने 2 घंटे में उसे बरामद कर लिया था।

- पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने बताया, घटना की जांच के लिए एसीपी क्राइम अनिल कुमार की अगुवाई में एसआईटी गठित कर दी गई है।

- बता दें, तौसीफ का परिवार पॉलिटिकली स्ट्रॉन्ग है। दादा कबीर अहमद पूर्व विधायक जबकि चचेरे भाई आफताब आलम मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक हैं। इतना ही नहीं, आफताब के पिता खुर्शीद अहमद हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। चाचा जावेद अहमद बसपा से जुड़े हैं।

- निकिता के पिता मूलचंद तोमर 25 साल पहले यूपी के हापुड़ जिले से बल्लभगढ़ आए थे। निकिता भाई-बहनों में छोटी थी। बड़ा भाई नवीन सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा है, जबकि निकिता सेना में भर्ती होना चाहती थी।


यह भी पढ़ें-
तौसीफ की फैमिली का 'बैकग्राउंड' जानकर निकिता को लगा था 440 वोल्ट का करंट

लव जिहाद का खतरनाक खेल: ISI जैसे आतंकी संगठन का टार्गेट होती हैं हिंदू लड़कियां

Share this article
click me!

Latest Videos

चुनाव मेरी अग्नि परीक्षा, जनता की अदालत में पहुंचे केजरीवाल #Shorts #ArvindKejriwal
कांग्रेस को गणपति पूजा से भी है नफरत #Shorts
इस्तीफा देने के बाद कहां रहेंगे केजरीवाल, नहीं है घऱ #Shorts
Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष में क्यों कराया जाता है कौवे को भोजन, क्या है महत्व
Pitru Paksha 2024: बिना पैसा खर्च किए कैसे करें पितरों को खुश ?