हरियाणा के हिसार में कुएं में गिरे एक किसान को निकालने के लिए दो दिन से सेना और एनडीआरफ रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं। कुएं के चारों ओर पोकलेन मशीनों से मिट्टी हटाई जा रही है। लेकिन किसान का कहीं कोई पता नहीं चल पा रहा है।
हिसार. हरियाणा के हिसार जिले के गांव स्याहड़वा में दो दिन से कुए की मिट्टी के नीचे दबे एक किसान जयपाल हुड्डा को निकालने के लिए जेसीबी से बचाव कार्य जारी है। सेना और NDRF मिलकर यह रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं। जवान यहां कुएं के चारों ओर पोकलेन मशीनों से मिट्टी हटाने में जुटे हैं। मिट्टी हटाकर किसान को बचाने का कार्य किया जा रहा है। पुलिस-प्रशासन से लेकर आसपास के कई गांवों के लोग मौके पर मौजूद हैं।
एक किसान का शव निकला एक की तलाश जारी
दरअसल, स्याहड़वा गांव में दो व्यक्ति रविवार सुबह 7:00 बजे पानी की मोटर रखने के दौरान करीब 40 फीट गहरे कुंए में दब गए थे। इन दोों किसानों के नाम जयपाल और जगदीश हैं। इस दौरान उनके उपर मिट्टी गिर गई। वहीं घटना के 21 घंटे के बाद कुएं से एक किसान को जगदीश फौजी निकाल लिया गया था। जिसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।
आंधी-तूफान बन रहा रेस्क्यू में रोड़ा
बचाव दल के जवान यहां कुएं के चारों ओर पोकलेन मशीनों से मिट्टी हटाने में जुटे हैं। कुएं के चारों तरफ रेतीली चट्टान है, जहां से मिट्टी कुएं में गिरने का भय बना रहता है। रेस्क्यू ऑपरेशन सोमवार शाम बंद कर दिया गया था। क्योंकि मौसम खराब हो गया और आंधी के साथ बरसात भी शुरू हो गई थी। इसिलए रेस्क्यू बंद करना पड़ा। अब किसान को सलामत निकालने के लिए सेना और NDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन मंगलवार सुबह शुरू कर दिया है।
50 घंटे से कुएं के पास बैठ बिलख रहा परिवार
किसान जयपाल हुड्डा को कुएं में फंसे हुए करीब 50 घंटे हो गए हैं। जयपाल की पत्नी सावित्री और उसके दो बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह दो दन से कुएं के पास ही बैठकर बिलख रहे हैं। पूरा गांव इस वक्त घटना स्थल पर मौजूद है। पत्नी और बच्चों को समझा रहा है, लेकिन उनके आंसू रुकने के नाम नहीं ले रहे हैं। वह बस एक टक उस कुएं को देखे जा रहे हैं।