रोहतक(हरियाणा), कोरोना के कहर ने कई परिवारों को ऐसा दर्द दिया है जिसको वह जिंदगीभर नहीं भूल पाएंगे। कई फैमिली तो इस महामारी में तबाह हो गए। वहीं कईयों की रोजी रोटी छिन गई है। ऐसी ही एक मार्मिक कहानी हरियाणा से सामने आई है, जहां एक घर के मुखिया की इसके चलते मौत हो गई। आलम यह है कि उसके घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है।
रोहतक(हरियाणा), कोरोना के कहर ने कई परिवारों को ऐसा दर्द दिया है जिसको वह जिंदगीभर नहीं भूल पाएंगे। कई फैमिली तो इस महामारी में तबाह हो गए। वहीं कईयों की रोजी रोटी छिन गई है। ऐसी ही एक मार्मिक कहानी हरियाणा से सामने आई है, जहां एक घर के मुखिया की इसके चलते मौत हो गई। आलम यह है कि उसके घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है।
कोरोना की जिंदगी हार गया सफाई कर्मी
दरअसल, सफाई कर्मी सुनील नगर निगम के ठेके पर एक कंपनी में काम करता था। करीब 25 दिन पहले वह कोरोना से संक्रमित हो गया था, जहां वह इस महामारी से लड़ते हुए अपनी जिंदगी की जंग हार गया।
दाल रोटी का गुजारा करना हो रहा मुश्किल
संक्रमण से जान गंवाने वाले सुनील के घर में उसकी बुजुर्ग मां शीला, पत्नी, पूनम दो बेटे-दो बेटिया और एक बहू वा एक साल का पोता है। आठ लोगों के इस परिवार में अब कोई भी कमाने वाला कोई नहीं है। वहीं कंपनी घर के सिसी सदस्य को नौकरी देने के लिए तैयार नहीं है। उसके न रहने के बाद घर में आर्थिक तंगी आ गई है। परिवार के लोग दो वक्त की रोटी के लिए तरस गए हैं।