सीएम के आदेशों की सरेआम अवहेलना भिवानी में जारी है, जहां छोटे बच्चों के सभी प्राइवेट स्कूल खुल रहे हैं, इतना ही नहीं स्कूल संचालकों ने धमकी देते हुए कहा कि अगर कोई भी अधिकारी बंद करने के लिए स्कूल में घुसा तो उसे घुसने नहीं दिया जाएगा ओर अच्छा नहीं होगा।
भिवानी (हरियाणा). कोरोना के बढ़ते कहर के चलते देश के कई राज्यों में प्राइमरी स्कूल बंद हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आदेशों की राज्य के प्राइवेट स्कूल सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं, सीएम ने पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद करने की घोषणा की है। लेकिन यहां प्राइवेट स्कूल खुले रहे और बच्चे आकर पढ़ाई भी कर रहे हैं।
स्कूल संचालकों ने दी खुली चेतावनी
दरअसल, सीएम के आदेशों की सरेआम अवहेलना भिवानी में जारी है, जहां छोटे बच्चों के सभी प्राइवेट स्कूल खुल रहे हैं, इतना ही नहीं स्कूल संचालकों ने धमकी देते हुए कहा कि अगर कोई भी अधिकारी बंद करने के लिए स्कूल में घुसा तो उसे घुसने नहीं दिया जाएगा ओर अच्छा नहीं होगा।
एसोसिएशन कहना सभी स्कूलों को खुले रखें
बता दें कि मुख्यमंत्री के आदेश के अगले दिन ही हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने घोषणा की थी कि वह किसी भी कीमत पर स्कूल बंद नहीं करेंगे। एसोसिएशन ने सभी निजी स्कूल संचालकों को आदेश दिया था कि वह अपने अपने स्कूल खुले रखे और मासूम बच्चों की पढ़ाई कराएं।
किसी हाल में नहीं करेंगे स्कल बंद
हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राम अवतार शर्मा ने अपनी गलती नहीं स्वीकारते हुए कहा कि सरकार की तरफ से हमें कोई लिखित में आदेश नहीं आया है कि वह पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद रखें। जब तक कोई लिखित कागज नहीं आता वह स्कलों को बंद नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से राज्य के सभी प्राइवेट स्कूल बंद हैं। घाटा होने के बाद भी टीचरों को वेतन देना पड़ रहा है। अगर सरकार को लगता है कि कोरोना है तो र 12वीं तक के स्कूल बंद करने चाहिए और शिक्षा बोर्ड के एग्जाम भी कैंसिल कर दें, तब हम मानेंगे।