यूक्रेन में हरियाणा के 1786 और पंजाब के 992 स्टूडेंट फंसे, अभी 91 ही लौटे, परिवारों से संपर्क में रहेंगे डीसी

अभी तक मात्र 91 बच्चे ही प्रदेश के वापस आए हैं। इस तरह से देखा जाए तो बच्चों को निकालने के काम में लंबा समय लग जाएगा। इसी तरह की चिंता कुरूक्षेत्र के माजरा गांव निवासी सतेंद्र सिंह ने जताई है।

चंडीगढ़। आखिरकार यूक्रेन में फंसे हरियाणा के छात्रों का डाटा सरकार को मिल गया है। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि 1786 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए है। इसमें से 91 को वापस लाया गया है। जो बाकी रह गए हैं, उन्हें वापस लाने की दिशा में काम करने पर जोर दिया गया है। सीएम खट्‌टर ने बताया कि हम लगातार परिवारों के संपर्क में हैं। केंद्र सरकार भी लगातार संपर्क बनाए है। हमारी कोशिश है कि एक-एक बच्चे को सकुशल भारत लाया जाए। इसी को ध्यान में रख कर काम किया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि सभी डीसी को आदेश दिए गए कि वह उन परिवारों के संपर्क में रहें, जिनके बच्चे यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इधर, दूसरी ओर जो बच्चे यूक्रेन में फंसे हुए हैं, उनके अभिभावक परेशान हो रहे हैं। करनाल सेक्टर 13 निवासी अशोक धमीजा ने बताया कि उनकी भतीजी पारुल धमीजा भी यूक्रेन में फंसी हुई है। अब वहां स्थिति और ज्यादा खराब हो रही है। बच्चे बंकर में छुपे हुए हैं। जहां खाने पीने को भी कुछ नहीं है। 

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बच्चों को जल्दी वापस निकालना चाहिए
अभी तक मात्र 91 बच्चे ही प्रदेश के वापस आए हैं। इस तरह से देखा जाए तो बच्चों को निकालने के काम में लंबा समय लग जाएगा। इसी तरह की चिंता कुरूक्षेत्र के माजरा गांव निवासी सतेंद्र सिंह ने जताई है। उनका कहना है कि बच्चों को जल्दी ही निकाला जाना चाहिए। यमुनानगर निवासी विशाल जिनकी भतीजी यूक्रेन में फंसी है। उन्होंने बताया कि वह यूक्रेन में फंसे बच्चों के अभिभावकों को नाम पता खोज रहे हैं। उनकी योजना है कि दिल्ली में डेरा डाल कर वहां पर सरकार पर दबाव बनाया जाए कि उनके बच्चों की वापस लाने का प्रबंध किया जाए। 

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बॉर्डर देशों से लिफ्ट करने की योजना
अभिभावकों ने बताया कि अब तो बच्चों से संपर्क भी नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए उन्हें चिंता हो रही है कि उनके बच्चे ठीक भी हैं या नहीं। अभिभावकों की चिंता पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हम बच्चों की सुरक्षित वापसी के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। इसके लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। बच्चों को यूक्रेन के साथ लगते देशों की सीमा के पास से लिफ्ट करने की योजना है। उम्मीद है जल्दी ही हम सभी बच्चों को वहां से निकालने में सफलता हासिल कर लेंगे।

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पंजाब के 992 बच्चे यूक्रेन में फंसे
वहीं, पंजाब के 992 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। पंजाब के एडीजीपी एमएफ फारूखी ने बताया कि छात्रों की पूरी डिटेल जुटा ली गई है। उन्होंने बताया कि एडिशन चीफ सेक्रेटरी अनुराग वर्मा फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए केंद्र से तालमेल बनाए हुए हैं।

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