हरियाणा CM खट्टर ने बताया 2014 से पहले नौकरी मिलने का 3J कॉन्सेप्ट

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने खुद 1980 से 2014 तक इन सब व्यवस्थाओं को प्रत्यक्ष देखा था। तभी मैंने सोच लिया था कि प्रदेश में जो राजनीति चल रही है, उसके मायने बदलने हैं और सबको लाभ पहुंचाना है। इस डर और भ्रष्टाचार के साम्राज्य को समाप्त करना है।’’

Asianet News Hindi | Published : Oct 10, 2019 1:09 PM IST / Updated: Oct 10 2019, 07:05 PM IST

जींद(Haryana). हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार को सफीदों विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी बचन सिंह आर्य की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार जनता ने पहले ही साफ कर दिया है कि आगामी सरकार भाजपा की होगी। 2014 में हरियाणा प्रदेश में पहली बार बहुमत से भाजपा की सरकार बनी थी। तब हरियाणा की जनता भ्रष्टाचार और भय की भावना से त्रस्त थी। पिछली सरकारों के नेता सत्ता को जेब में डाल कर चलते थे, जिससे आमजन को बहुत पीड़ा होती थी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने खुद 1980 से 2014 तक इन सब व्यवस्थाओं को प्रत्यक्ष देखा था। तभी मैंने सोच लिया था कि प्रदेश में जो राजनीति चल रही है, उसके मायने बदलने हैं और सबको लाभ पहुंचाना है। इस डर और भ्रष्टाचार के साम्राज्य को समाप्त करना है।’’

सीएम विंडो पर तय समय में समस्या हल 
उन्होंने कहा कि पहले परिवारवाद की राजनीति होती थी जबकि भाजपा ने हरियाणा की ढ़ाई करोड़ जनता को अपना परिवार समझा है।पहले लोग छोटी-छोटी बातों को लेकर चंडीगढ़ दौड़ते थे, लेकिन उन्होंने इसे बंद करवाया और सीएम विंडो बनाया। यहां समस्या को लोड कर दो, तय समय में समस्या का हल हो जाता है। उसका असर हुआ कि साढ़े पांच लाख से अधिक समस्याओं का निदान किया गया।

खट्टर ने बताया नौकरी का 3J कॉन्सेप्ट
उन्होंने कहा कि पहले नौकरियां, बदलियां और सीएलयू के लिए भ्रष्टाचार का आलम था। पहले नौकरियां तीन जे को देखकर देते थे, जिला, जाति या फिर झौला। सत्ता संभालते ही भाजपा ने तीनों जे को जोड़ कर जोहड़ में डाल दिया। पढ़े लिखे नौजवानों को मैरिट के आधार पर नौकरियां दी जा रही हैं। शिक्षा क्षेत्र में सरकार ने बहुत काम किए हैं वहीं कौशल विकास को लेकर भी नीति बनाई गई है।

कांग्रेस पर कसा तंज, कहा-कोई अध्यक्ष बनने को नहीं है तैयार  
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एकता एवं अखंडता भाजपा के लिए सबसे पहले है। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा बन गई है। कांग्रेस में तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने को कोई तैयार नहीं है। तीन माह तक ढूंढते रहे लेकिन कोई नहीं मिला। आखिर में सोनिया गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया।

 

[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]


 

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