मीडिया के हवाले से जो खबर सामने आई है, उसके मुताबिक, हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार के पहले मुख्यमंत्री खट्टर ने अनिल विज से गृह विभाग मांगा है, इससे वह नाराज हैं। बताया जा रहा है कि इसी वजह से विज ने मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम का बहिष्कार भी किया।
पानीपत. हरियाणा में दो साल बाद मंगलवार को पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी मंत्रिपरिषद का विस्तार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) के एक-एक विधायक को इसमें शामिल किया। इसी बीच सबसे खास बात यह रही कि इस कैबिनेट विस्तार में हरियाणा के सीएम और प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज की आपसी तकरार एक बार फिर से दिखाई दी। विज बुलाने के बावजूद भी कैबिनेट विस्तार के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।
इस वजह से विज नहीं पहंचे ते मंत्रिमंडल विस्तार में...
मीडिया के हवाले से जो खबर सामने आई है, उसके मुताबिक, हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार के पहले मुख्यमंत्री खट्टर ने अनिल विज से गृह विभाग मांगा है, इससे वह नाराज हैं। बताया जा रहा है कि इसी वजह से विज ने मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम का बहिष्कार भी किया। लेकिन अब यह बात दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच गई है।
हरियाणा की राजनीति में नया विवाद
बता दें कि हरियाणा सरकार ने यह मंत्रिमंडल का विस्तार इस लिए किया था कि कुछ विधायक इससे नाराज चल रहे थे। मुख्यमंत्री ने नाराज विधायकों और तमाम विवादों को निपटाने के लिए यह विस्तार किया था, लेकिन इसके बाद से हरियाणा की राजनीति और ज्यादा गरमा गई है।
विज के पास से जा सकता है ये विभाग
हरियाणा की सियसत में चर्चा है कि अनिल विज के पास जो महत्वपूर्ण विभाग गृह, स्थानीय निकाय और स्वास्थ्य विभाग है, उनमें से कोई एक विभाग मुख्यमंत्री खट्टर नए मंत्री डॉ. कमल गुप्ता को देने की तैयारी में है। क्योंकि कमल गुप्ता पेशे से डॉक्टर रहे हैं, इसलिए उन्हें स्वास्थ्य दिए जाने की अटकलें जोरों पर हैं, जिससे विज नाखुश बताए जा रहे हैं। लेकिन विज इसमें से एक ही विभाग छोड़ने को तैयार नहीं है। इसी बात से अनिल विज काफी खफा हैं।
पार्टी ने विज लेकर दी सफाई
मीडिया में सीएम खट्टर और गृह मंत्री विज की तनातनी खबरें आने के बाद इस पूरे मामले पर हरियाणा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ सफाई देने के लिए आए। धनखड़ ने कहा- अनिल विज पार्टी के सीनियर नेता हैं और उनके तमाम महकमों में उन्होंने बेहतरीन काम किया है, लेकिन उनसे कोई मंत्रालय लिया जाएगा या नहीं ये संगठन फैसला करेगा।