CID विभाग पहले गृह मंत्रालय के अंडर था, लेकिन सीएम मनोहर लाल ने सीआईडी विभाग को सीएमओ के अंडर ले लिया था। इस पर भी विज ने खूब हल्ला मचाया। लेकिन बाद में सीआईडी विभाग सीएमओ के अंडर ही चला गया।
चंडीगढ़ : गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को फरलो देने के मामले में एक बार फिर से हरियाणा (Haryana) के गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) और सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) के बीच तल्ख रिश्ते सामने आए हैं। गुरमीत को जेड प्लस सिक्योरिटी देने के मामले में विज ने बोला कि उन्हें नहीं पता। क्योंकि CID विभाग तो सीएम मनोहर लाल के पास है। इस तरह से इस बार फिर से हरियाणा की राजनीति में विज और सीएम के रिश्ते में विवाद की बातें सामने आ रही हैं।
पहले भी हो चुका है तकरार
विज और मनोहर लाल के बीच विवाद का यह पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी कई मौकों पर सीएम और विज के बीच विवाद सामने आता रहा है। कई मौकों पर विज ने सीएम पर सार्वजनिक टिप्पणी तक कर दी है। ताजा विवाद भले ही राम रहीम को जेड प्लस सुरक्षा देने के नाम पर उठा हो, लेकिन इसके पीछे वजह है, सीआईडी विभाग को सीएम ने विज के अधिकार से लेकर अपने अधीन कर दिया था। इस पर खूब विवाद हुआ था। मामला केंद्र तक पहुंचा। लेकिन इसके बाद भी सीएम मनोहर लाल विज पर भारी पड़ गए थे। डीजीपी मनोज यादव को लेकर भी सीएम और विज आमने सामने हो गए थे। सीएम ने डीजीपी का कार्यकाल बढ़ा दिया था,जिस पर विज ने कड़ा ऐतराज जताया था। बाद में मनोज यादव ने पद को छोड़ने का ऐलान कर दिया था।
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पहले गृह मंत्रालय के पास था CID विभाग
CID विभाग पहले गृह मंत्रालय के अंडर था, लेकिन सीएम मनोहर लाल ने सीआईडी विभाग को सीएमओ के अंडर ले लिया था। इस पर भी विज ने खूब हल्ला मचाया। लेकिन बाद में सीआईडी विभाग सीएमओ के अंडर ही चला गया। अब जबकि राम रहीम को फरलो देने और इसके बाद उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी देने का सवाल गृहमंत्री अनिल विज के सामने उठाया तो विज ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए बयान दे दिया कि उन्हें इस मामले का पता ही नहीं है।
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विज का बयान, विपक्ष को मौका
वहीं विज का बयान सामने आते ही विपक्ष को मौका मिल गया है। विपक्ष ने एक बार फिर से सरकार पर हमला बोल दिया। पहले ही मनोहर लाल सरकार राम रहीम को लेकर सवालों के घेरे में है। विज के बयान के बाद यह विवाद और बढ़ गया। इस वजह से आज सीएम और विज दोनो एक साथ प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहे हैं ताकि गलतफहमी को दूर किया जा सके।
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