हरियाणा में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल, 72 घंटे तक नहीं होंगे काम, जानिए सरकार के खिलाफ क्यों खोला मोर्चा

हड़ताल को देखते हुए प्रशासन ने जरूरी इंतजाम किए हैं। अगर कहीं पावर सप्लाई में दिक्कत आने से बिजली कटती है तो। लोग किसी भी शिकायत के लिए शिकायत केंद्रों पर फोन कर सकते हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह भी इलेक्ट्रिसिटी लाइन पर नजर रखें।

चंडीगढ़ : हरियाणा (Haryana) में बिजली विभाग के कर्मचारियों का ब्लैक आउट शुरू हो गया है। बिजली विभाग के प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ कर्मचारी सड़क रप उतर आए हैं। 72 घंटे की हड़ताल पर चले  गए हैं। इस दौरान अगर बिजली की समस्या आती है तो कोई भी कर्मचारी काम नहीं करेगा। जिससे लोगों को काफी दिक्कतें हो सकती हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों के दावे की माने तो हड़ताल के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो इसलिए सभी केवी स्टेशन पर बिजली विभाग के कर्मचारी तैनात रहेंगे। वहीं, बिजली विभाग की तरफ से एक नोटिस भी जारी हुआ है, जिसमें कहा गया है कि लोग अपने स्तर पर बिजली की व्यवस्था रखें।

कामबंद हड़ताल
बिजली विभाग के कर्मचारियों की कामबंद हड़ताल से काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ सकता है। पावर सप्लाई में दिक्कत आने से ऑनलाइन क्लासेस, वर्क फ्राम होम और घर के कामकाज सभी प्रभावित हो सकते हैं। इसके साथ ही पानी की भी दिक्कत आ सकती है। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को भी बिजली न होने से समस्या आ सकती है। बता दें कि इस बार बिजली कर्मचारियों को राजनीतिक दलों के साथ-साथ शहर के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अलावा पेंडू संघर्ष कमेटी और किसान संगठनों का भी साथ मिला है। 

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क्या है मांग
बिजली विभाग का प्राइवेटाइजेशन न हो
मशीनरी, बिल्डिंग और जमीन का रेट तय कर ऑडिट कराया जाए
जिस प्राइवेट कंपनी को बिजली विभाग सौंपा जा रहा है, उसके पांच साल के प्रदर्शन की जांच
बिजली कर्मचारियों का सरकारी दर्जा बहाल रखा जाए

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प्रशासन अलर्ट, इंतजाम किए

वहीं, हड़ताल को देखते हुए प्रशासन ने जरूरी इंतजाम किए हैं। अगर कहीं पावर सप्लाई में दिक्कत आने से बिजली कटती है तो। लोग किसी भी शिकायत के लिए शिकायत केंद्रों पर फोन कर सकते हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह भी इलेक्ट्रिसिटी लाइन पर नजर रखें। वहीं इस हड़ताल को लेकर नगर निगम ने भी अपनी तरफ से व्यवस्था कर रखी है। पीने की पानी की सप्लाई व्यवस्थित हो इसका इंतजाम किया गया है। निगम ने वाटर वर्क्स और ट्यूबवेल पर जनरेटर तैयार रखा है। वहीं, निगम ने टैंकरों को अलग-अलग क्षेत्रों में भेजने के लिए रूट प्लान तैयार कर दिया है। 

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एक फरवरी को भी हुई थी हड़ताल

बता दें कि एक फरवरी को भी बिजली विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर थे। इससे लोगों को काफी परेशानियां हुई थी। अकेले चंडीगढ़ में ही कई जगह 20 से 24 घंटे तक बत्ती गुल रही। लोगों में आक्रोश न भड़के इसके लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया था। वहीं बिजली कटने से पूरे दिन लोग बिजली विभाग के हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करते रहे लेकिन नंबर ही नहीं मिले। इसी को देखते हुए प्रशासन ने इस बार इंतजाम कर रखा है। 

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