
जम्मू. शनिवार देर रात माता वैष्णो देवी मंदिर में दुखद हादसा हो गया। जहां मंदिर परिसर में अचानक भगदड़ मची गई और 12 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। हादसा इतना भयानक था कि नई साल का जश्न शुरू होते ही कईं जिंदगिया दुनिया को अलविदा कह गईं। इस भगदड़ में किसी के पिता तो किसी के बेटे की परिवार के सामने सांसे थम गईं। इसी घटना में हरियाणा के झज्जर के रहने वाले एक बेटे के सामने उसकी मां की मौत हो गई, वह चीखने के अलावा कुछ नहीं कर सका।
देवी मां के दर्शन कर लोट रहे थे मां-बेटा
दरअसल, झज्जर जिले के बेरी इलाके की रहने वाली 38 साल की ममता 3 दिन पहले अपने 19 साल के बेटे आदित्य के साथ माता वैष्णो देवी के दर्शन करने गई थीं। दोनों ने नए साल की पूर्व संध्या पर माता रानी के दर्शन कर उनका आर्शीवाद लिया था। साथ ही अपने परिवार और अपने लिए दुआ मांगी थी। लेकिन उनको क्या पता था कुछ घंटों बाद ही वह इस दुनिया में नहीं रहेंगी।
मां नाम लिए बेटा चीख-पुकारता रहा
हादसे में मारी गई महिला के पड़ोसियों ने बताया कि ममता और उसके बेटे आदित्य दोनों दर्शन करके रात ढाई बजे के करीब वापस आ रहे थे। इसी दौरान गेट नंबर तीन के पास अचानक भगदड़ मच गई और मां-बेटा एक दूसरे भीड़ में बिछड़ गए। बेटा अपनी मां को चीख-पुकारता रहा, लेकिन वह कहीं नहीं मिलीं। आखिर में जब भगदड़ शांत हुई तो आदित्य को पता चला कि उसकी मां भी इस हादसे का शिकार हो गई।
तीन साल पहले पिता की मौत अब मां चल बसीं
बता दें कि हादसे की खबर लगते ही ममता के परिवार के लोग कटरा पहुंच चुके हैं। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों का कहना है कि तीन साल पहले ही मृतक महिला के पति की बीमारी चलते मौत हो गई थी। वह किसी तरह संभले ही थे कि अब यह हादसा हो गया। वहीं अब घर में बेटा आदित्य और एक 13 साल की बेटी बची है।
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