गजब जिंदादिली: 67 साल पुरानी 28 रुपए की उधारी चुकाने अमेरिका से हरियाणा आया शख्स, पढ़िए दिलचस्प कहानी

Published : Dec 05, 2021, 04:46 PM ISTUpdated : Dec 05, 2021, 04:48 PM IST
गजब जिंदादिली: 67 साल पुरानी 28 रुपए की उधारी चुकाने अमेरिका से हरियाणा आया शख्स, पढ़िए दिलचस्प कहानी

सार

67 साल पहले बीएस उप्पल ने हिसार के एक हलवाई से 28 रुपए उधार लिए थे। जिन्हें वह चुका नहीं पाए थे। क्योंकि वह सेवानिवृत्ति के बाद अपने बेटे के साथ अमेरिका में रहने लगे थे। जिसके बाद उन्हें हिसार आने का मौका ही नहीं मिला, जिससे वह अपनी बाकी की उधारी चुका सकें।

हिसार (हरियाणा). अक्सर लोग अपने वालों से कर्ज ले तो लेते हैं, लेकिन जब लौटाने की बारी आती है तो विवाद हो जाता है। लेकिन हरियाणा के हिसार से एक ऐसा दिलचस्प मामला (interesting story) सामने आया है, जो शायद पहले कभी नहीं देखा होगा। जहां एक शख्स अपनी 68 साल पुरानी 28 रुपए की उधारी चुकाने के लिए अमेरिका (america) से हिसार वापस आया हुआ है। ये शख्स कोई और नहीं, बल्कि हरियाणा में प्रथम नौसेना बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित होने वाले नौसेना कमांडर (navy commodore) बीएस उप्पल हैं।

सिर्फ उधारी चुकाने के लिए अमेरिका से आए हिसार
दरअसल, 67 साल पहले बीएस उप्पल ने हिसार के मोती बाजार में रहने वाले एक हलवाई से 28 रुपए उधार लिए थे। जिन्हें वह चुका नहीं पाए थे। क्योंकि वह सेवानिवृत्ति के बाद अपने बेटे के साथ अमेरिका में रहने लगे थे। जिसके बाद उन्हें हिसार आने का मौका ही नहीं मिला, जिससे वह अपनी बाकी की उधारी चुका सकें।

अमेरिका जाकर भी नहीं भूले हिसार की दो बातें
बीएस उप्पल हलवाई की दुकान पर पहुंचे और दुकानदार विनय बंसल को बताया कि 1954 में मैंने तुम्हारे दादा शम्भू दयाल बंसल से 28 रुपए उधार लिए थे, उस दौरान अचानक मुझे बाहर जाना पड़ा था और तभी मेरी नौसेना में नौकीर लग गई। जिसके चलते में उधारी नहीं चुका सका। मैं इस दुकान पर  लस्सी में पेड़े डालकर पीता था, जिसके 28 मुझ पर अभी भी बाकी हैं। उन्होंने कहा कि मैं अमेरिका जरूर रहने लगा, लेकिन हिसार की दो बातें अभी तक नहीं भूला हूं। पहली लस्सी की दुकान के 28 रुपए वाली उधारी। दूसरी हरजीराम हिंदू हाईस्कूल, जहां से दसवीं पास करने के बाद मैं कभी जा नहीं सका। बस इन्हीं दोनों की वजह से में आज अमेरिका से यहां आया हूं।

हरियाणा के प्रथम नौसेना बहादुरी विजेता हैं उप्पल
बता दें कि बीएस उप्पल उस पनडुब्बी के कमांडर थे जिसने भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान के जहाज को डूबो दिया था और अपनी पनडुब्बी तथा नौसैनिकों को सुरक्षित ले आए थे। इतना ही नहीं उप्पल हरियाणा में प्रथम नौसेना बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित होने वाले नौसेना कोमोडोर हैं। 

यह भी पढ़ें-गजब कर दिए लालू के लाल: Tej Pratap ने फुटपाथ पर गरीब बच्ची को गिफ्ट किया 50 हजार का I Phone..ये रही वजह

यह भी पढ़ें-एक विवाह ऐसा भी: DSP साहब दुल्हन को साइकिल पर बिठाकर ले गए, शादी में दिखी हजारों साल पुरानी संस्कृति की झलक
 

PREV

हरियाणा की राजनीति, कृषि-किसान मुद्दे, खेल उपलब्धियां, शिक्षा-रोजगार अपडेट्स और जिले-वार खबरें अब तुरंत पाएं। गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक समेत पूरे राज्य की रिपोर्टिंग के लिए Haryana News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद खबरें Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

साइको किलर पूनम ने 4 मासूम बच्चों की हत्या क्यों की? पुलिस को दिया चौंकाने वाला बयान
'सबका नाश कर दूंगी..अंदर है आत्मा, परिवार ने बताया साइको किलर लेडी का खतरनाक सच