यूक्रेन से लौटी चंडीगढ़ की बेटी: साइना ने बताया कैसे भारत का तिरंगा पाकिस्तानी छात्रों के लिए बना सुरक्षा कवच

जैसे ही यूक्रेन से चंडीगढ़ की बेटी साइना सकुशल यूक्रेन से सकुशल अपने घर पहुंच गई है। जैसे ही उसने अपने के अंदर कदम रखा तो पूरा परिवार भावुक हो गया। टी के घर पहुंचने पर साइना की मां रंजू ने उसकी आरती उतारी और गले लगाकर अपनी लाडली पर प्यार बरसाया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 3, 2022 1:19 PM IST

चंडीगढ़. यूक्रेन में रूस (russia ukraine war ) की भारी बमबारी जा रही है। दोनों देशों के बीच पिछले 8 दिनों से युद्ध  चल रहा है। वहीं मोहाली के नयागांव की बेटी साइना सकुशल यूक्रेन से सकुशल अपने घर पहुंच गई है। जैसे ही उसने अपने के अंदर कदम रखा तो पूरा परिवार भावुक हो गया। बेटी के घर पहुंचने पर साइना की मां रंजू ने उसकी आरती उतारी और गले लगाकर अपनी लाडली पर प्यार बरसाया। वहीं साइन ने बताया कि हमारे देश का तिरंगा पाकिस्तानी छात्रों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

खुशी के आंसू रुकने का नाम ही नहीं दे रहीं...
दरअसल, साइना बुधवार शाम को ही अपने घर नयागांव पहुंची। वह पिछले साल यूक्रेन के उजोहोरोद नेशनल यूनिवर्सिटी से डाक्टरी की पढ़ाई करने गई थी। अभी वह तीसरे सेमेस्टर की स्टूडेंट है। साइना फरवरी 2021 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गई थी। मुश्किल हालात में यूक्रेन से घर लौटी साइना ने वहां के हालातों के बारे में बाते साझा की हैं। साइना ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कई दिनों से भारतीय छात्रों को वहां से निकलने में काफी दिक्कतों आ रही हैं। वहां के माहौल इतना खराब हो गया है कि चारों तरफ गोलाबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं।   

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28 फरवरी को यूक्रेन निकले थे और आज पहुंचे भारत
यूक्रेन से लौटी साइना शर्मा ने बताया कि वह 28 फरवरी को यूक्रेन से निकले थे। वह यूनिवर्सिटी की बस से हंगरी पहुंचे और वहां भारतीय एंबेसी ने उनके खाने और रहने का इंतजाम किया। इसके बाद वह लोग बुधवार सुबह पांच बजे फ्लाइट में बैठे थे और साढ़े चार घंटे की फ्लाइट के बाद सुबह 9:30 बजे नई दिल्ली पहुंचे। करीब चार सौ भारतीय छात्र यूक्रेन से दो फ्लाइट से आज देश लौटे हैं।

पाकिस्तानी स्टूडेंट्स के लिए वरदान बना भारत का झंडा
यूक्रेन में हालात बहुत खराब हैं। वहां मौजूद भारतीय छात्रों के अलावा पाकिस्तानी स्टूडेंट्स भी भारतीय फ्लैग लेकर बाहर निकल रहे थे। क्योंकि हमारे देश के झंडे को देखकर न यूक्रेन की सेना रोक रही है और न ही रूस की सैनिक कुछ कर रहे हैं। इसी बात का फायदा उठाकर पाकिस्तानी स्टूडेंट्स भी तिरंगे की आड़ में वहां से निकल रहे हैं।

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बेटी को सलामत देख परिवार ने नहीं थम रहे खुशी के आंसू
साइना के पिता सतिंदर शर्मा ने बताया कि जब से यूक्रेन में युद्ध की खबरें आ रही थी तभी से उनके परिवार में भय और तनाव का माहौल बना हुआ था। बुधवार सुबह जैसे ही साइना देश लौटने की खबर मिली तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। साइना की फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पर सुबह नौ बजे पहुंची थी। वहीं बेटी के सही सलामत नई दिल्ली पहुंचने की खबर सुनकर साइना की मां रंजू शर्मा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। उनकी खुशी के आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। साइना के पिता ने बताया कि उनकी बेटी शाम आठ बजे के करीब नयागांव स्थित घर में पहुंच गई। साइना के पिता चंडीगढ़ के प्राइवेट अस्पताल में कार्यरत हैं और मां रंजू नयागांव में कैमिस्ट शॉप चलाती हैं। साइना का एक छोटा भाई भी है।

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