मीटर तो उखाड़ नहीं पाया बिजली विभाग..ऊपर से कंज्यूमर ने ही कर्मचारियों में 'करंट' दौड़ा दिया


बिजली के अनाप-शनाप बिलों के झटके देशभर के उपभोक्ताओं को लगते रहते हैं। लेकिन कुछ उपभोक्ता पलटकर बिजली विभाग को करंट लगा देते हैं। इस शख्स ने भी यही किया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 6, 2020 2:08 PM IST

फतेहाबाद, हरियाणा. बिजली के अनाप-शनाप बिलों के झटके देशभर के उपभोक्ताओं को लगते रहते हैं। लेकिन कुछ उपभोक्ता पलटकर बिजली विभाग को करंट लगा देते हैं। इस शख्स ने भी यही किया। हुआ यूं कि कैलाश रानी नामक शख्स का बिजली का बिल 45000 रुपए आ गया। बिल देखकर उन्हें जबर्दस्त करंट लगा। क्योंकि वे हर महीने बराबर बिल भर रहे थे। दूसरा, घर में ऐसी कोई मशीन भी नहीं चला रहे थे, जो बिजली 'पी' रही हो। कैलाश रानी झुझलाते हुए बिजली के दफ्तर पहुंचे। विभाग ने दो टूक कह दिया कि ढाई साल से उनके यहां गलत बिल जा रहा था। इसे अब दुरुस्त किया गया है।

कोर्ट पहुंचा उपभोक्ता..
कैलाश रानी ने जब बिल नहीं भरा, तो बिजली विभाग मीटर उखाड़कर ले जाने की चेतावनी देने लगा। इससे परेशान कैलाश रानी यह मामला उपभोक्ता कोर्ट में ले गए। कोर्ट ने मीटर नहीं उखड़ने दिया। हां, उपभोक्ता को फिलहाल बिल की राशि का 25% जमा कराने को कहा। इसके बाद कैलाश रानी का बेटा कुलदीप 11000 रुपए के सिक्के कट्टे में भरकर बिजली दफ्तर पहुंचा। यह देखकर कर्मचारियों को मानों करंट दौड़ गया। उन्होंने सिक्के लेने से मना कर दिया। कुलदीप ने कहा कि वो पैसे लेकर बैंक गया, लेकिन वहां बिजली विभाग का कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा। अब उपभोक्ता फिर से उपभोक्ता अदालत जाने का फैसला कर चुका है। 

उधर, बिजली विभाग के एसडीओ धीरज कुमार ने कहा कि उन्होंने पैसे लेने से मना नहीं किया। बैंक इसलिए भेजा था, ताकि सीधे बिजली विभाग के खाते में पैसा जमा हो सके।

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