आखिरी वक्त में रद्द हो गई सोनिया गांधी की महेंद्रगढ़ रैली, कहीं ये वजह तो नहीं है पीछे!

शुक्रवार को सोनिया गांधी महेंद्रगढ़ में रैली करने वाली थीं। हरियाणा में उनकी यह पहली रैली प्रस्तावित थी, मगर आखिरी वक्त में उनका प्रोग्राम कैंसल हो गया। हालांकि, पार्टी की ओर से रैली कैंसल होने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उनकी जगह पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनसभा संबोधित करने पहुंचे।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 19, 2019 6:54 AM IST / Updated: Oct 19 2019, 12:29 PM IST

महेंद्रगढ़(Haryana). आज हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। यहां सत्ताधारी भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस में मुक़ाबला है। अहम चुनावी मुक़ाबले के बावजूद पार्टी की दिग्गज नेता सोनिया गांधी राज्य में नहीं पहुंचीं।

शुक्रवार को सोनिया गांधी महेंद्रगढ़ में रैली करने वाली थीं। हरियाणा में उनकी यह पहली रैली प्रस्तावित थी, मगर आखिरी वक्त में उनका प्रोग्राम कैंसल हो गया। हालांकि, पार्टी की ओर से रैली कैंसल होने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उनकी जगह पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनसभा संबोधित करने पहुंचे।

रैली में न आने की वजह क्या है?
महेंद्रगढ़ में सोनिया गांधी की रैली का रद्द हो जाना राज्य में चर्चा का विषय बन गया है। कहा जा रहा है कि इसके पीछे कांग्रेस की सोची समझी रणनीति है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के हरियाणा इकाई के नेताओं ने यहां के उम्मीदवार और उनके बेटे पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर हाई कमान को रैली में शामिल न होने की सलाह दी थी।

कौन है महेंद्रगढ़ में कांग्रेस का उम्मीदवार
महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के हैं उम्मीदवार पूर्व विधायक दान सिंह राव। दान सिंह पर 2015 के एक भूमि घोटाले का आरोप है। चंडीगढ़ के एक व्यक्ति को जाली दस्तावेज के जरिए किसानों की जमीन बेचकर 60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के लिए गिरफ्तार किया गया था।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि दानसिंह राव और अन्य ने गुरुग्राम में तीन प्लॉट बेचने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। राव तब मुख्य संसदीय सचिव थे और वह टाउन एंड प्लानिंग विभाग संभाल रहे थे।

बेटा भी मामले में आरोपी
राव के बेटे और अक्षत सिंह भी इस मामले में आरोपी हैं। आदर्श ग्रुप के सीईओ को भी सहायता देने का आरोप है, जिस पर कंपनी के जरिए कथित तौर पर 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं।

सूत्रों की मानें तो इसी के मद्देनजर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को रैली में न शामिल होने की सलाह दी। दरअसल, राज्य में बीजेपी पहले से ही खासकर भ्रष्टाचार के मुद्दों पर कांग्रेस को घेरने में जुटी है। ऐसे में सोनिया गांधी महेंद्रगढ़ में दान सिंह राव के लिए पहुंचती तो दागी के साथ मंच साझा करना पड़ता। चर्चा है कि बीजेपी कहीं गड़े मुर्दे को जिंदा कर चुनावी हथियार न बना ले, इसी वजह से आखिरी वक्त में उनकी महेंद्रगढ़ रैली को कैंसल कर दिया गया।

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