Health Problem: जानिए बढ़ता प्रदूषण कैसे बन रहा है वायरल फीवर का कारण

Air Pollution का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि, लोगों को अब दिक्कते होना शुरू हो गई हैं। सबसे ज्याद दिक्कत अस्थमा में मरीजों और वायरल फीवर से ग्रस्त लोगों को हो रही है। जिसके कारण उन्हें घर में रहने के अलावा कोई और रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है।

Asianet News Hindi | Published : Nov 8, 2021 10:34 AM IST

नई दिल्ली। Diwali के बाद हर साल बढ़ते प्रदूषण की समस्या देखने को मिलती है। ये सब इसलिए होता है क्योंकि इस समय पटाखे और पराली का धूंआ हवा में घूल जाता है। जिसके कारण लोगों को शारीरिक दिक्कते होनी शुरू हो जाती है। आंखों में खुजली और जलन, गले की एलर्जी, सिरदर्द, सांस लेने में कठिनाई आदि। हमे इस बात का ध्यान ही रहता कि, खराब वायु स्तर के कारण वायरल फीवर जैसी कठिन समस्याएं पैदा हो रही हैं।

बढ़ता वायू प्रदूषण आपको पहुंचा सकता है नुकसान

वायरल संक्रमण के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण मौसमी परिवर्तन और इम्यूनिटी कमजोर होना होता है। ऐसे में आपको सर्दी, खांसी, वायरल बुख़ार, स्वाइन फ्लू आदि समस्याएं हो सकती हैं। जिसके कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा सकता है। इससे पहले कोरोना अब वायरल फीवर लोगों की समस्याओं को और ज्यादा बढ़ा सकता है, साथ ही उनके स्वास्थ को नुकसान भी पहुंचा सकता है।

इन लक्षणों पर ध्यान दें

हवा में धूल, स्मॉग और प्रदूषकों का उच्च स्तर हमारे सांस लेने की तकलीफ को काफी हद तक प्रभावित करता है, ऐसे में कोई ऐसा व्यक्ति जो पहले से गंभीर रूप से बीमार है उसके लिए यह स्थिति और भी भयानक हो सकती है। सांस लेने में कठिनाई और खाँसी के साथ, कुछ अन्य लक्षण, जो वायरल बीमारियों के साथ आम हो सकते हैं और जिन्हें अनुभव किया जा सकता है, उनमें शामिल हैं।

इस तरह रखें अपना ख्याल

इसे भी पढ़ें-

Pregnancy Tips: इन बातों का आपको रखना होगा खास ध्यान, भूलकर भी ना करें ये काम

तुमने जो पहना है, उन कपड़ों में मेरे पास मत आ जाना, रेप हो जाएगा..इस मैसेज को पढ़ लड़की का हुआ बुरा हाल

संबंध बनाने के दौरान बैंकर ने कर दी थी लड़की की हत्या, चौंकाने वाली हैं Escort के मौत की कहानी

निर्भया जैसी अजरा की कहानी! मां ने बताया, मुर्दाघर में बेटी की लाश के साथ 3 बार बलात्कार किया गया

 

Share this article
click me!