आज बॉलीवुड के महानायक बिग बी अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है। शायद कम ही लोगों को पता होगा कि अमिताभ बच्चन लिवर की गंभीर बीमारी हेपेटाइटिस बी से जूझ रहे हैं और उनका 75 प्रतिशत लिवर डैमेज हो चुका है, बावजूद उन्होंने अपनी फिटनेस कायम रखी है।
हेल्थ डेस्क। आज बॉलीवुड के महानायक बिग बी अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है। शायद कम ही लोगों को पता होगा कि अमिताभ बच्चन लिवर की गंभीर बीमारी हेपटाइटिस बी से जूझ रहे हैं और उनका 75 प्रतिशत लिवर डैमेज हो चुका है, बावजूद उन्होंने अपनी फिटनेस कायम रखी है। अमिताभ बच्चन का फिल्म 'कुली' की शूटिंग के दौरान गंभीर एक्सीडेंट हुआ था, जिसके बाद उन्हें काफी ब्लड चढ़ाना पड़ा था। इसके बाद ही उन्हें हेपटाइटिस बी का संक्रमण हुआ। बता दें कि हेपटाइटिस बी की बीमारी संक्रमित ब्लड के चढ़ाने, असुरक्षित यौन संबंध बनाने और किसी भी रूप में इसके वायरस के संपर्क में आने से होती है। अगर समय पर इस बीमारी का पता नहीं चला तो यह वायरस लिवर को क्षतिग्रस्त करता चला जाता है। इससे लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी बीमारी हो जाती है, जिसका लिवर ट्रांसप्लान्टेशन के अलावा अभी तक कोई उपचार सामने नहीं आया है।
दुनिया भर में यह बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है। एक आंकड़े के अनुसार पूरी दुनिया में 36 करोड़ से भी ज्यादा लोग इस बीमारी के शिकार हैं। भारत में करीब 4 करोड़ लोग हेपटाइटिस बी के संक्रमण के शिकार हैं। एक बार जब हेपटाइटिस बी का वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो उसे खत्म नहीं किया जा सकता। दवाइयों और खान-पान में परहेज बरत कर इसे बढ़ने से रोका जा सकता है, ताकि यह लिवर को नुकसान नहीं पहुंचा सके। हेपटाइइटिस बी से बचने का बेहतर तरीका है इसका टीका ले लिया जाए। जानते हैं कुछ घरेलू उपायों के बारे में जिनका इस्तेमाल कर इस भयानक बीमारी को एक हद तक काबू में रखा जा सकता है।
1. आंवला
आंवला में एंटी वायरल गुण होते हैं। इसे अमृत फल कहा गया है। इसका सबसे बड़ा गुण यह है कि यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यूनिटी) को मजबूत करता है। इसलिए आंवले का रोज सेवन करने पर किसी वायरस का असर ज्यादा नहीं हो पाता। साथ ही, इसमें सबसे ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है, जो हर तरह से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। अगर हेपटाइटिस बी का संक्रमण हो गया हो तो आंवले के रस में शहद मिला कर दिन में कम से कम दो बार पिएं। अगर ताजा आंवला नहीं मिले तो सूखे आंवले के पाउडर का सेवन भी किया जा सकता है।
2. अदरक
अदरक में भी एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं। अगर अदरक का रस थोड़ी मात्रा में रोज लिया जाए तो हेपटाइटिस बी पर काबू पाया जा सकता है। खाना खाने के बाद अदरक रस पीना चाहिए। यह डाइजेशन में भी सहायक होता है। चाय में भी अदरक मिला कर पीने से फायदा होता है।
3. लहसुन
लहसुन में अमीनो एसिड काफी मात्रा में पाया जाता है। यह हेपटाइटिस बी के वायरस को बहुत तेजी से खत्म करता है। हेपटाइटिस बी के मरीज को सुबह-सुबह लहसुन की कच्ची कलियां चबा कर एक गिलास पानी पीना चाहिए। इससे बॉडी का डिटॉक्सिफिकेशन भी होता है।
4. चुकंदर
चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में आयरन, पोटेशियम, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, कैल्शियम और कॉपर पाया जाता है। इसमें विटामिन ए, बी और सी भी होता है। इन मिनरल्स से लिवर के डैमेज सेल्स दोबारा बनने लगते हैं। हेपटाइटिस बी का संक्रमण होने पर रोज एक गिलास चुकंदर का रस जरूर पीना चाहिए।
5. नीम
नीम की पत्तियों में सबसे ज्यादा एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं। यह लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है। बहुत कड़वा होने के चलते नीम की पत्तियों का सेवन करना थोड़ा कठिन है, लेकिन अगर नियमित तौर पर एक हफ्ते तक भी इसका सेवन कर लिया जाए तो काफी फायदा होता है। नीम की पत्तियों के रस में थोड़ा शहद मिल कर पीना चाहिए। 30 मिलीलीटर से ज्यादा नीम का रस नहीं पिएं।