गले में खराश, सर्दी जुकाम नहीं अब ये है COVID-19 ने नए लक्षण, चौथी लहर से बचने के लिए पहचानना है जरूरी

Published : Jan 05, 2023, 05:16 PM IST
गले में खराश, सर्दी जुकाम नहीं अब ये है COVID-19 ने नए लक्षण, चौथी लहर से बचने के लिए पहचानना है जरूरी

सार

चीन में कोरोना से मचे हाहाकार के बीच वैज्ञानिकों ने अगले 90 दिन में कोरोना की नई लहर आने की चेतावनी दे दी है।  कोरोना के बदलते रूप की वजह से बीमारी के लक्षणों में भी बदलाव हुए हैं। गले में खराश, सर्दी जुकाम नहीं बल्कि कुछ नए लक्षण सामने आए हैं जो सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं।  

हेल्थ डेस्क. जब से कोविड-19 (Covid-19) महामारी की शुरुआत हुई है, तब से SARs-CoV-2  के अलग-अलग स्ट्रेन ने डिफरेंट लक्षण दिखाए हैं। डॉक्टरों के लिए इनके लक्षण को पहचानना चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। अल्फा और डेल्टा वेरिएंट ने जहां कहर ढाया, वहीं ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षण हल्के हो गए हैं।जब महामारी स्टार्ट हुई थी तब बुखार, खांसी, स्वाद और गंध का चले जाना, सीने में दर्द जैसे कुछ आम लक्षण दिखाई दिए थे। बुखार कई बीमारियों का सामान्य लक्षण है। गंध और स्वाद का चले जाना कोविड के लक्षण माना गया। लेकिन वैक्सीनेशन के बाद और ओमिक्रॉन वेरिएंट आने के बाद बीमारी के ज्यादा लक्षण फ्लू की लक्षणों की नकल करते हैं। गले में खराश, नाक का बहना, सिरदर्द और थकान। 

कई रिपोर्टों के अनुसार, वर्तमान में इन लक्षणों के अलावा एक और लक्षण है जो आम हो गया है। वो है मायलगिया (Myalgia) या मांसपेशियों में दर्द (muscle pain) Zoe Covid Study ऐप के अनुसार मायलगिया अब एक शीर्ष कोविड लक्षण है। पहले इसे कोरोनावायरस का शुरुआती लक्षण माना जा रहा था। बता दें कि यह ऐप शुरुआत से ही कोविड-19 के लक्षणों पर नजर रख रहा है।

मायालगिया क्या है?
मायालगिया मांसपेशियों में दर्द है। आप गले की मांसपेशियों की सनसनी को महसूस कर सकते है। जैसा की आप लंबे समय के बाद एक्सरसाइज कनरे के बाद महसूस करते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि वायरस का मुकाबला करने के लिए इम्युन सेल भड़काऊ मॉलिक्यूल रिलीज करता है जो मांसपेशियों में दर्द का कारण बनते हैं। आप मुख्य रूप से कंधों और पैरों में दर्द महसूस कर सकते हैं। गंभीर स्थिति में यह काफी परेशान करने वाला हो सकता है।आप को इतना दर्द होगा कि आप डेली रुटीन का काम भी नहीं कर सकते हैं।

साल 2021 में ओमिक्रॉन के आने के बाद मायालगिया को प्रमुख लक्षण माना गया

न्यूज रिपोर्टों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीकी डॉक्टर  एंजेलिक कोएत्ज़ी (Angelique Coetzee) जिन्होंने पहली बार ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता लगाया था उन्होंने कहा था कि  मायलगिया उन लोगों को ज्यादा प्रभावित कर सकता है जो बिना वैक्सीनेशन के हैं। लेकिन जिन्हें वैक्सीन लग चुका है वे इसे महसूस कर सकते हैं। जब 2021 में ओमिक्रॉन उभरा, तो मायालगिया को एक प्रमुख लक्षण माना गया।

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