
'इशियोपेगस' में जुड़वा के कई अंग जुड़े होते हैं
'इशियोपेगस' केस के तहत ना सिर्फ अतिरिक्त अंग विकसित होने वाले बच्चे पैदा होते हैं। बल्कि जुड़वा बच्चे एक दूसरे के साथ जुटे हुए भी पैदा होते हैं। कई ऐसे केस सामने आए हैं जिसमें जुड़वा बच्चे कमर, पेट या हाथ से एक साथ जुड़े हुए है। Ischiopagus के शिकार जुड़वा बच्चे रीढ़, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और जेनिटोरिनरी ट्रैक्ट्स के कुछ हिस्सों को गंभीरता के विभिन्न डिग्री के साथ साझा करते हैं। उनका अलगाव एक सर्जिकल चुनौती है। हालांकि कुछ केस सामने आए हैं जिसमें ऐसे जुड़वा बच्चे को अलग किया गया है। कई तरह की तकनीक का प्रयोग करके डॉक्टर की बड़ी टीम बच्चे को अलग करने का काम करते हैं।
सर्जरी के जरिए बच्ची को किया जा सकता है नॉर्मल
जहां तक बात ग्वालियर में पैदा हुई बच्ची का है जयारोग्य अस्पताल समूह के अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ ने मीडिया से बताया कि नवजात में शारीरिक विकृति है और कुछ भ्रुण अतिरिक्कत बन गए हैं। सर्जरी के जरिए बच्ची के अतिरिक्त अंग को हटाया जा सकता है। बच्ची अभी पूरी तरह स्वास्थ्य है।
लोग मान रहे हैं दैवीय चमत्कार
सिकंदर कंपू इलाके की रहने वाली आरती कुशवाह की पहले से दो बेटियां हैं। उनकी तीसरी बेटी चार पैर वाली पैदा हुई है। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से वो लोग सरकार की तरफ से बच्ची की सर्जरी के लिए मदद की उम्मीद लगाए हुए हैं। वहीं, लोकल लोग इसे दैवीय चमत्कार मान रहे हैं।
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