आजकल हेपटाइटिस बी का संक्रमण काफी बढ़ रहा है। इसका संक्रमण होने से लिवर खराब हो जाता है। अगर समय से इससे बचाव नहीं किया गया तो लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है।
हेल्थ डेस्क। आजकल हेपटाइटिस बी का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। हेपटाइटिस बी प्रदूषित पानी, ब्लड ट्रांसफ्यूजन और हेपटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति से यौन संबंध बनाने से होता है। किसी व्यक्ति को हेपटाइटिस बी है या नहीं, इसका पता ब्लड की जांच से चलता है। ज्यादातर मामलों में हेपटाइटिस बी के संक्रमण का पता तब चलता है, जब लिवर काफी खराब हो चुका होता है और इससे परेशानियां होने लगती हैं। अगर शुरू में ही संक्रमण का पता चल जाए तो कुछ सावधानियां बरत कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है और लिवर का बचाव किया जा सकता है। लेकिन अक्सर ऐसा हो नहीं पाता। खास बात यह है कि हेपटाइटिस बी के संक्रमण को खत्म करने के लिए कोई दवा भी नहीं है। एक बार संक्रमण हो जाने पर यह जिंदगी भर बना रहता है। इसलिए इससे लिवर के बचाव के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी है। जानते हैं हेपटाइटिस बी का संक्रमण होने पर क्या-क्या खाना चाहिए।
1. कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन करना चाहिए
हेपटाइटिस बी होने पर ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाला खाना नहीं खाना चाहिए। इसके पचने में समय लगता है। चावल, आलू, बीन्स और पास्ता नहीं खाना चाहिए या कम मात्रा में खाना चाहिए।
2. प्रोटीन वाले फूड
हेपटाइटिस बी में ज्यादा प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। अंडे का सफेद हिस्सा, मछली, चिकेन, दूध, दही, पनीर, सूखे मेवे खाने चाहिए। दाल भी जरूर खाना चाहिए।
3. फल और सब्जियां
हेपटाइटिस बी होने पर फल और सब्जियां अधिक से अधिक खानी चाहिए। हरी सब्जियां ज्यादा लेनी चाहिए। फलों में पपीता जरूर खाना चाहिए। यह लिवर को मजबूत करने के साथ डाइजेस्टिव सिस्टम को भी ठीक रखता है। इसके अलावा और कोई भी फल खा सकते हैं। कोई भी फल नुकसान नहीं करता। मेवे में अंजीर का सेवन जरूर करना चाहिए।
4. ग्रीन टी पिएं
हेपटाइटिस बी होने पर चाय-कॉफी का सेवन कम करना चाहिए। इसकी जगह ग्रीन टी पीनी चाहिए। ग्रीन टी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इससे वजन भी कम होता है।
5. सलाद जरूर खाना चाहिए
हेपटाइटिस बी में सलाद का सेवन जरूर करना चाहिए। सलाद में खीरा, टमाटर, मूली, चुकंदर को शामिल करें। मूली भी डाइजेशन को ठीक रखता है।