कोरोना महामारी के दौरान ग्लव्ज का इस्तेमाल कैसे करें, जानें ये 5 जरूरी बातें

कोरोना महामारी का कहर फिलहाल कम होने का नाम नहीं ले रहा। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 78 हजार से ज्यादा हो  गए हैं, वहीं इससे मरने वालों की संख्या 2415 हो गई है। दुनिया भर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 43 लाख, 42 हजार, 354 हो गई है और 2 लाख, 93 हजार लोगों की मौत हो गई है। 

हेल्थ डेस्क। कोरोना महामारी का कहर फिलहाल कम होने का नाम नहीं ले रहा। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 78 हजार से ज्यादा हो गए हैं, वहीं इससे मरने वालों की संख्या 2415 हो गई है। दुनिया भर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 43 लाख, 42 हजार, 354 हो गई है और 2 लाख, 93 हजार लोगों की मौत हो गई है। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के निदेशक डॉक्टर माइकल रयान का कहना है कि कोरोना वायरस को शायद कभी भी खत्म नहीं किया जा सकेगा। ऐसे में, इससे बचाव के लिए सावधानी बरतना ही एकमात्र उपाय है। इसके लिए सैनिटाइजर के इस्तेमाल के साथ कई बार ग्लव्ज पहनना भी जरूरी होता है। जानें ग्लव्ज का इस्तेमाल कब और कैसे करना चाहिए।

1. कब करें ग्लव्ज का इस्तेमाल
जब आप बीमार व्यक्ति के आसपास हों या उसके कमरे की सफाई कर रहे हों, तो ग्लव्ज पहनना जरूरी होता है। जब भी रोगी का थूक, पेशाब या उल्टी साफ करें तो उस समय ग्लव्ज जरूर पहनें। इस्तेमाल के बाद ऐसे ग्लव्ज को नष्ट कर देना चाहिए।

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2. कहां नहीं है ग्लव्ज की जरूरत
अगर आप किसी शॉप से खरीददारी कर रहे हैं या एटीएम का यूज कर रहे हैं तो ग्लव्ज पहनने से कोई फायदा नहीं होता, क्योंकि वायरस ग्लव्ज के ऊपर आ सकता है। ऐसी स्थिति में सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना ही सबसे अच्छा रहेगा।

3. डिस्पोजबल ग्लव्ज का कम करें इस्तेमाल
डिस्पोजबल ग्लव्ज का इस्तेमाल हर काम के लिए नहीं किया जा सकता। इसका इस्तेमाल मरीज से जुड़ी गंदगी को हटाने के लिए ही किया जाना चाहिए। कभी भी इन्हें दोबारा इस्तेमाल में नहीं लाना चाहिए।

4. दोबारा यूज वाले ग्लव्ज को करें सैनिटाइज
ऐसे भी ग्लव्ज मिलते हैं, जिनका दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप सेफ्टी के लिए ऐसे ग्लव्ज का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो दोबारा यूज करने के पहले उन्हें साफ करने के साथ सैनिटाइज भी करें। 

5. कैसे करें ग्लव्ज का डिस्पोजल
ग्लव्ज को उतारने के बाद उका निपटान बेहद सावधानी के साथ करना चाहिए। ग्लव्ज को खुले में कभी नहीं फेंके। उन्हें किसी बंद डस्टबिन में डाल दें। ग्लव्ज को उतारने और सही तरीके से उनके निपटान के बाद हाथ को साबुन से ठीक तरह से धोएं और इसके बाद चाहें तो हैंड सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 

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