मंकीपॉक्स तेजी से पैर फैला रहा है। अब तक यह खतरनाक बीमारी 80 देशों को अपनी चपेटे में ले चुका है। कोरोना की तरह यह बीमारी भी अपना स्वरूप बदल रहा है जिसकी वजह से नए लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
हेल्थ डेस्क. कोरोना महामारी (corona pandemic) के बीच मंकीपॉक्स (monkeypox) ने सबको डरा दिया है। यह बीमारी तेजी से बढ़ रहा है। दुनिया भर में 17 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। 80 देशों में फैले इस बीमारी के खतरे को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने इस ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया था। इसे रोकने के लिए कई दिशा में काम किए जा रहे हैं। लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है।
197 मंकीपॉक्स के मरीजों में देखे गए नए लक्षण
नए स्टडी में सामने आया है कि मंकीपॉक्स कोरोना वायरस की तरह अपना स्वरूप बदल रहा है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में देखा गया है कि मंकीपॉक्स बदल रहा है और इसके नए लक्षण भी सामने आ रहे हैं। शोधकर्ताओं ने यूके में स्थित 197 मंकीपॉक्स रोगियों के डेटा को देखा। जिसमें यह नया खुलासा हुआ है।
किसी के मलाशय में पेन तो किसी के मुंह के अंदर घाव
स्टडी में शामिल 197 मंकीपॉक्स के रोगियों में से 71 रोगियों ने मलाशय यानी एनल में दर्द का अनुभव किया है। वहीं, 33 लोग गले में खराश से पीड़ित थे। वहीं, 27 के मुंह में घाव था। जबकि 31 मरीजों पेनाइल एडिमा( दर्द रहित, लिंग की गैर-निविदा सूजन ) देखने को मिला। जबकि 22 मरीज ने शरीर पर एकांत घावों को देखा। जबकि 9 मरीज टॉन्सिल के शिकार बताए गए।
कैसे फैल रहा है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स को लेकर अभी भी पूरी तरह साफ नहीं हुआ है कि ये कैसे फैलता है। इसे खोजने में वैज्ञानिक और डॉक्टर लगे हुए हैं। लेकिन अभी जो रिपोर्ट सामने है उसके मुताबिक मंकीपॉक्स मुख्य रूप से गे और बायसेक्सुअल पुरुषों के जरिए फैलता है। एक पुरूष दूसरे पुरूष से यौन संबंध बनाता है जिसकी वजह से यह बीमारी फैल रही है।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स
-मंकीपॉक्स मरीज के संपर्क में आने से ये फैलता है।मरीज के शरीर पर पड़े रैश, पपड़ी या फिर तरल पदार्थ के संपर्क में आने से दूसरे लोग भी इसके शिकार हो सकते है।
-मंकीपॉक्स के मरीज को गले लगाने, चूमने या संभोग करने से भी यह फैलता है।
-मंकीपॉक्स के मरीज की उपयोग की गई वस्तुओं जैसे कपड़ा, तौलियां और बिस्तर छूने से भी यह बीमारी फैलता है।
मंकीपॉक्स के लक्षण-
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
शरीर और गले में दाने निकलना
बुखार
थकान
सिरदर्द
पीठ दर्द
सूजी हुई लसीका ग्रंथियां
शरीर ड्राइ होना, उसपर चकत्ता पड़ना
मंकीपॉक्स के ट्रीटमेंट
हालांकि मंकीपॉक्स के इलाज के लिए वैक्सीन बनाए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक इसके रोकने या इलाज के लिए कोई दवा नहीं हैं। मरीज को 21 दिन तक आइसोलेट रहने की सलाह दी जाती है। अस्पताल में भी उन्हें सबसे अलग रखा जाता है।
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