राजू श्रीवास्तव की हालत बिगड़ गई हैं। डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया है। एम्स में 7-8 दिन से वो बेहोश हैं। उनका हार्ट भी अब सही से काम नहीं कर रहा है। डॉक्टर ने परिवार को सॉरी बोल दिया है। आइए जानते हैं ब्रेन डेड क्या होता है।
हेल्थ डेस्क. कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (Raju srivastava) मौत से लड़ रहे हैं। एम्स में वो पिछले सात से 8 दिन से बेहोश हैं। डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया है। बताया जा रहा है कि उनका हार्ट ठीक से काम नहीं कर रहा है। सिर के ऊपरी हिस्से में ऑक्सीजन नहीं पहुंचने की वजह से वह काला पड़ गया है। डॉक्टर ने परिवार को जवाब दे दिया है। आइए जानते हैं क्या होता है ब्रेन डेड।
ब्रेन डेड में शरीर का मूमेंट बंद हो जाता है
मेडिकली ब्रेन डेड वह स्थिति होती है जिसमें दिमाग रिएक्ट करना और दैनिक प्रक्रिया करना बंद कर देता है। जिसकी वजह से दिमाग से मिलने वाले संदेश शरीर के अंगों को नहीं मिलते हैं। ऐसे में शरीर काम करना बंद कर देता है। जैसे सांस लेना, पलक झपकाना, आंखों की पुतली का रिस्पॉन्स नहीं करना, बॉडी मूमेंट मुख्य रूप से शामिल हैं।
ब्रेन डेड में शरीर का कौन सा हिस्सा काम करता है
ब्रेन डेड की स्थिति में शरीर में दिमाग सिर्फ काम नहीं करता है। लेकिन बाकी अंग जैसे लीवर, हार्ट और किडनी काम करते हैं। जिससे इंसान का शरीर जिंदा रहता है। लेकिन उसे दर्द का एहसास नहीं होता है। उसकी चेतना जीवित नहीं होती है। शरीर को किसी भी तरह की तकलीफ देने पर वो प्रतिक्रिया नहीं देती है।
ब्रेन डेड में इंसान सांस नहीं ले पाता है। इसलिए मरीज को वेंटिलेटर पर रखा जाता है ताकि उनकी सांस चलती रहें। क्योंकि हार्ट अपना काम कर रहा होता है। लीवर, किडनी काम करता है। लेकिन दिमाग से संदेश प्राप्त करके चलने वाले सारे अंग काम करना बंद कर देते हैं।
कितने वक्त तक जीते हैं ब्रेन डेड पेशेंट
न्यूरॉलजिस्ट्स की मानें तो ब्रेन डेड घोषित पेशेंट कितने दिन या कितने घंटे जीता है वो ब्रेन डेड के कारणों पर निर्भर करता है। ब्रेन डेड में कुछ मरीज कुछ घंटे ही जी पाते हैं तो कई दिन तक सर्वाइव करते हैं। हालांकि महीनों तक जीने के चांस बहुत ही कम होते हैं।
रिकवरी के कितने प्रतिशत चांस
कई ऐसे केस सामने आए हैं जिसमें ब्रेन डेड का मरीज ठीक हो गया। लेकिन ये कितनों के साथ होता है। न्यूरॉलजिस्ट्स की मानें तो ब्रेन डेड में रिकवरी के चांस इस बात पर निर्भर कता है कि यह स्थिति आई कैसे। कई बार पॉइजन, ज्यादा मेडिसिन्स के इस्तेमाल, सांप काटने या फिर घातक ब्रेन इंफेक्शन (मेनिनजाइटिस) की वजह से ब्रेन डेड हो सकते हैं। अगर इस स्थिति में किसी मरीज ब्रेन डेड का शिकार हो जाता है तो उसके ठीक होने के चांस ज्यााद होते हैं। क्योंकि इन सब कारणों का असर कम होते ही ब्रेन फिर से काम करना शुरू कर सकता है और मरीज फिर से सामान्य हो सकता है।
इस स्थिति में मरीज का बचना संभव नहीं होता है
लेकिन अगर सिर में कोई गंभीर चोट लगी है, भयानक रोड एक्सिडेंट के कारण ब्रेन डैमेज हुआ हो, सीवियर ब्रेन हेमरेज हुआ है तो ऐसी स्थिति में रिकवरी के चांस ना के बराबर होते हैं। हाल ही में एक हॉलीवुड स्टार ऐनी हेचे की मौत हुई थी। उनका भी भयानक रोड एक्सीडेंट हो गया था और वो ब्रेन डेड हो चुकी थीं।
राजू श्रीवास्तव का ब्रेन काम नहीं कर रहा है। अब हार्ट में भी प्रॉब्लम आ रही है। डॉक्टरों ने वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा हुआ था। डॉक्टर्स पूरी कोशिश कर रहे थे कि ऑक्सीजन राजू श्रीवास्तव के दिमाग के पूरे हिस्से में पहुंचे। पर हालत में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो डॉक्टर ने उनके परिवार वालों को जवाब दे दिया है।
और पढ़ें:
मेनोपॉज क्या बन रही है तलाक की वजह, 65 प्रतिशत महिलाओं ने माना-सेक्स लाइफ पर पड़ा असर
बिना किसी डॉक्टर और पुरुष के संपर्क में आए 24 साल की महिला बन गई मां, जानें कैसे हुआ यह 'चमत्कार'