पीरियड्स बंद होने के बाद महिलाओं में बढ़ जाती है मानसिक बीमारियों का खतरा, मेनोपॉज के बाद ऐसे रखें ख्याल

पीरियड्स के खत्म होने के बाद महिलाओं के मस्तिष्क में काफी बदलाव होते हैं। जिसकी वजह से कई समस्याओं से घिरने का जोखिम बना होता है। कई रिसर्च में दावा किया गया है कि मेनोपॉज के समय महिलाओं में भूलने की समस्या आम हो जाती है।

हेल्थ डेस्क. मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के ब्रेन में हाइपरिंटेंसिटी नामक बायोमार्कर अधिक हो सकता है। यह प्रीमेनोपॉजल महिलाओं या उसी उम्र की पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है। अमेरिकी एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के नए स्टडी में यह बात सामने आई है। इन ब्रेन बायोमार्करों को कुछ स्टडीज में स्ट्रोक, अल्जाइमर रोग से जोड़कर देखा गया है। (फोटो साभार:https://www.freepik.com/)

मतलब मेनोपॉज के बाद महिलाओं में मानसिक बीमारियों का खतरा  बढ़ जाता है। ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स दावा किया है कि दो-तिहाई महिलाएं मेनोपॉज के दौरान 'ब्रेन फॉग' का शिकार होती हैं। इनमें से कई औरतों में डिमेन्शिया का खतरा होता है। इस स्टडी के मुताबिक मेनोपॉज के वक्त महिलाओं में भूलने, सोचने-समझने की शक्ति कम हो जाती है। 

Latest Videos

मेनोपॉज क्या होता है

मेनोपॉज का अर्थ होता है पीरियड्स का हमेशा के लिए खत्म हो जाना। महिला जब 45 से 50 की उम्र में पहुंचती हैं तो उनका पीरियड्स खत्म हो जाता है। इसके बाद महिला प्रेग्नेंट नहीं होती हैं। इतना ही नहीं फीमेल हार्मोन भी घटने लगता है। जिसकी वजह से महिलाओं में मानसिक परिवर्तन होते हैं। 

60 प्रतिशत महिलाओं में मेनोपॉज के बाद होती है बीमारी

स्टडी में सामने आया है कि 60 प्रतिशत महिला मेनोपॉज के बाद उलझन महसूस करती हैं। उन्हें मेमोरी से जुड़ी बीमारी होने लगती है।किसी में भूलने की बीमारी हो जाती है तो कोई अल्जाइमर का शिकार हो जाता है।इतना ही नहीं शरीर भी कमजोर होने लगते हैं। काम करने की क्षमता घटने लगती है। इतना ही नहीं वो डिप्रेशन में भी चली जाती है।

इन महिलाओं को होता है अल्जाइमर का खतरा

विशेषज्ञों की मानें तो जो महिलाएं पीरियड्स रोकने के लिए सर्जरी का सहारा लेती हैं उन्हें अल्जाइमर की बीमारी जल्दी घेरती है। इसके साथ कुछ महिलाओं में यह बीमारी आनुवांशिक भी होती हैं।
 
मेनोपॉज के बाद रखना होता है खास ख्याल

मेनोपॉज के बाद महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना पड़ता है। डाइट में पोषण युक्त भोजन लेना चाहिए। फल-सब्जियों की मात्रा ज्यादा लेनी चाहिए। इसके अलावा अपनों के साथ खूबसूरत लम्हा बीता कर, या फिर अपने पसंदीदा काम के जरिए इसका मुकाबला कर सकती हैं। उन्हें मेनोपॉज से पैदा होने वाली बीमारी के लिए दवा या एल्कोहल नहीं लेना चाहिए। 

और पढ़ें:

शादी करके भाई ने बहन के साथ बसाया घर, फिर जो हुआ उसे देख डॉक्टर और सरकार भी हैरान, जारी करनी पड़ी चेतावनी

पति को पत्नी पर इन 3 कारणों से होता है शक, जानकर सुधारें आदत

Share this article
click me!

Latest Videos

Maharashtra Election: CM पद के लिए कई दावेदार, कौन बनेगा महामुकाबले के बाद 'मुख्य' किरदार
Congress LIVE: राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस पार्टी की ब्रीफिंग
कानूनी प्रक्रिया: अमेरिकी न्याय विभाग से गिरफ्तारी का वारंट, अब अडानी केस में आगे क्या होगा?
शर्मनाक! सामने बैठी रही महिला फरियादी, मसाज करवाते रहे इंस्पेक्टर साहब #Shorts
Maharashtra Jharkhand Exit Poll से क्यों बढ़ेगी नीतीश और मोदी के हनुमान की बेचैनी, नहीं डोलेगा मन!