विटामिन की कमी वजाइना के हेल्थ पर डाल सकता है असर, जानें डाइट और योनि का कनेक्शन

अधिकतर महिलाएं अपनी योनि यानी वजाइना के हेल्थ पर फोकस नहीं करती हैं। जिसकी वजह से कई तरह के संक्रमण की शिकार हो जाती हैं। वजाइन की देखभाल और नेचुरली लुब्रिकेट के लिए डाइट में विटामिन ए, विटामिन डी और विटामिन ई जरूर शामिल करना चाहिए। आइए जानते हैं डाइट और योनि कनेक्शन।
 

Nitu Kumari | Published : Nov 18, 2022 6:29 AM IST / Updated: Nov 18 2022, 04:01 PM IST

हेल्थ डेस्क. भारत में ज्यादातर महिलाएं अपने हेल्थ पर फोकस नहीं करती हैं। जिसमें योनि भी शामिल होता है। हेल्दी लाइफ के लिए जरूरी है कि शरीर का हर अंग स्वस्थ रहे। लेकिन संपूर्ण हेल्थ में से हम वजाइना पर फोकस नहीं कर पाते हैं। जबकि अगर वजाइना हेल्दी होगा तभी हमारा मूड भी ठीक रहेगा। यह हमारे शरीर का सबसे नाजुक अंग होता है। इसकी साफ-सफाई ज्यादा जरूरी होता है। अगर ये नहीं होगा तो योनि में सूखापन, संक्रमण, जलन जैसी समस्या पैदा हो सकती है। 

विटामिन ए मयूकस मेम्ब्रेन को हेल्दी रखता है

स्टडी में सामने आया है कि वजाइना के हेल्थ के लिए विटामिन ए, विटामिन डी और ई बहुत जरूरी है। यह नेचुरली लुब्रिकेंट पैदा करता है। जिससे सेक्स लाइफ भी हेल्दी रहता है। ऑक्सफ़ोर्ड एकेडमी के करेंट डेवलपमेंट नुट्रीशन जर्नल के अनुसार, योनि सहित मयूकस मेम्ब्रेन के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए विटामिन ए जरूरी है।  एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों से भरपूर विटामिन ए वजाइना के संक्रमण से बचाव करता है। विटामिन ए के लिए भोजन में ड्राई फ्रूट्स, सलाद और पत्तीदार सब्जियों को शामिल करना जरूरी है। 

योनि को ड्राई होने से बचाता है विटामिन ई

शोध के अनुसार विटामिन ई पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट हैं, जो वजाइना एरिया को नुकसान से बचाता है। ड्राइनेस और जलन से बचाने के साथ वो योनि को चिकना रखने में मदद करता है। विटामिन ई लेने से ब्लड फ्लो ठीक तरीक से होता है। जैतून का तेल, मेवे, एवोकाडो और सीड में विटामिन ई मिलते हैं। इसलिए इसे डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

विटामिन डी बैक्टीरियल वेजिनोसीसि के करता है बचाव

विटामिन डी की कमी से ना सिर्फ हड्डियों को नुकसान पहुंचता है बल्कि वजाइन के हेल्थ को भी यह प्रभावित करता है।जर्नल ऑफ़ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर में वर्ष 2018 प्रकाशित शोध के मुताबिक  बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial vaginosis) के बढ़ते जोखिम और विटामिन डी की कमी का कनेक्शन जुड़ा है। विटामिन डी कोशिकाओं सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। इसके साथ ही योनि के संक्रमण से बचाव करता है। विटामिन डी धूप के अलावा अंडे,मछली और डेयरी प्रोडक्ट से मिल सकता है।

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