सर्दियों के दिनों में सांस संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इन्हीं में से एक है साइनस, जिससे कई लोग परेशान होते हैं। ऐसे में इससे कैसे बचा जाए आइए हम आपको बताते हैं।
हेल्थ डेस्क : आजकल धूल-मिट्टी, प्रदूषण, खराब लाइफस्टाइल के चलते लोगों को कई बीमारियां घेर लेती हैं। उन्हीं में से एक है साइनस, जिसके चलते लोग बहुत परेशान होते हैं। साइनस में लोगों को सिर दर्द, सांस लेने में दिक्कत, नाक में खुजली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए आज हम आपको बताते हैं कि साइनस होता क्या है, इसके लक्षण क्या है और कैसे आप एक छोटे से हर्ब्स से साइनस की तकलीफ को काफी हद तक कम कर सकते हैं...
क्या होता है साइनस
साइनस एक नाक संबंधी बीमारी है। जिससे सांस लेने में समस्या आने लगती है। दरअसल, हमारे सिर में चार युग्मित छिद्र होते हैं जो नाक के चैनलों से श्लेष्म को बाहर निकालते हैं। जल निकासी नाक को साफ और जीवाणुओं से मुक्त रखने में मदद करती है, हालांकि, जब साइनस हो जाता है, तो बैक्टीरिया बढ़ता है और संक्रमण का कारण बनता है।
साइनस के लक्षण
नाक टपकना
नाक से पीला स्राव या भरी हुई नाक
चेहरे की मांसपेशियों पर दबाव
कानों पर दबाव
सांसों की दुर्गंध
लगातार और पुरानी खांसी
मांदा
उच्च बुखार
भूख में कमी
चक्कर आना और उल्टी जैसा महसूस होना
अजवाइन से साइनस का इलाज
साइनस के लिए कई सारे घरेलू उपचार भी होते हैं। उन्हीं में से एक है अजवाइन, जिसमें सेब की तुलना में 42 गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट क्षमता होती है। साइनस संक्रमण उपचार के रूप में ताजा अजवाइन की पत्ती या इसके तेल का उपयोग करना फायदेमंद होता है। ये नाक गुहाओं में सूजन से राहत और नाक के मार्ग में बलगम से राहत देता है।
अजवाइन का इस्तेमाल करने का तरीका
- आप अजवाइन के तेल का उपयोग साइनस से राहत पाने के लिए कर सकते हैं। इसके लिए उबलते पानी में कुछ बूंदें तेल की डालें और दिन में 2-3 बार भाप लें।
- इसके अलावा हरड़ का ताजा डंठल लेकर उसे एक बर्तन में पानी में 2-3 मिनट तक उबालें। अपने सिर पर एक तौलिया लपेट लें और 10 मिनट के लिए भाप को अंदर लें।
इसका लगातार उपयोग करने से साइनस, छाती और फेफड़ों में जमा बलगम कुछ ही समय में जाएगा और आपको स्थायी राहत मिलेगी।
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