पार्टनर के साथ फिजिकल होने से पहले और बाद में महिलाओं को करना चाहिए ये काम, UTI इंफेक्शन से रहेंगी दूर

ज्यादातर लोग फिजिकल होने के बाद सो जाते हैं, जिसकी वजह से यूटीआई विकसित होता है। लेकिन ऐसे तरीके हैं जिससे यूटीआई इंफेक्शन से बच सकते हैं।  विशेषज्ञों ने परेशान करने वाले संक्रमणों को दूर करने के सर्वोत्तम तरीकों का खुलासा किया है।

Nitu Kumari | Published : Nov 29, 2022 5:28 AM IST

हेल्थ डेस्क. सेक्स किसी भी कपल के लिए सबसे हसीन पलों में से एक होता है। अक्सर लोग इसे एन्जॉय करने के बाद एक अच्छी नींद के आगोश में चले जाते हैं। लेकिन ऐसा करना खासकर महिलाओं के लिए समस्या पैदा करने वाला हो सकता है। सेक्स जो हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसे करने के बाद तुरंत सो जाना गलत होता है। दरअसल, फिजिकल होने के बाद प्राइवेट पार्ट्स को साफ किए या बिना पेशाब के सो जाना शारीरिक समस्या का कारण बन सकता है। महिलाएं यूरिन इंफेक्शन (UTI) की शिकार हो जाती हैं।

विशेषज्ञ लंबे समय से यह कहते आ रहे हैं कि सेक्स के बाद टॉयलेट जाना से इंफेक्शन की आशंका कम हो सकती है। लेकिन अभी हाल के स्टडी में पता चला है कि सेक्स के पहले और बाद में महिलाओं के टॉयलेट जाने से यूटीआई इंफेक्शन होने की आशंका ना के बराबर होती है। सेक्सुअल वेलनेस ब्रांड लवहनी  हाल ही में सर्वे किया जिसमें पाया कि पांच में से 2 यानी 42 प्रतिशत लोगों ने स्वीकार किया कि उन्हें किसी न किसी समय यौन चोट लगी है। जबकि सबसे आम 29 प्रतिशत लोगों यूटीआई की समस्या हुई। 

Latest Videos

मूत्रमार्ग से बैक्टीरिया बाहर निकलते हैं

यह कोई रहस्य नहीं है कि सेक्स के बाद पेशाब करना पानी के संक्रमण के विकास के किसी भी मौके से लड़ने का एक अच्छा तरीका है, लेकिन यह पता चला है कि पुरुषों और महिलाओं के बीच एक बड़ा अंतर है।सेक्सोलॉजिस्ट शैंटेल ओटेन ने मेट्रो को बताया, 'सेक्स से पहले और बाद में पेशाब करने से महिलाएं यूटीआई होने की संभावना को काफी कम कर सकती हैं, क्योंकि यह मूत्रमार्ग से अवांछित बैक्टीरिया को बाहर निकालता है।'

पुरुषों में यह समस्या कम होती है

जबकि यह पुरुषों के लिए अलग है। वे पेशाब करने के लिए प्रवेशक सेक्स करने के 15 मिनट बाद तक प्रतीक्षा कर सकते हैं।यदि आप सोच रहे हैं कि ऐसा क्यों है तो ऐसा इसलिए है क्योंकि लड़कों का मूत्रमार्ग महिलाओं की तुलना में अधिक लंबा होता है, जिसका अर्थ है कि मूत्राशय तक पहुंचने के लिए अधिक दूरी होती है।

यूटीआई के लक्षणों में मूत्रमार्ग के आसपास संवेदनशीलता, मूत्राशय में दर्द, उच्च तापमान और अस्वस्थ होने की सामान्य भावना जैसी चीजें शामिल हैं।

वैसे यूटीआई के कई और कारण हो सकते हैं-

गर्भावस्था
ऐसी स्थितियां जो मूत्र मार्ग को बाधित करती हैं - जैसे कि किडनी में पथरी
ऐसी स्थितियां जो मूत्राशय को पूरी तरह से खाली करना मुश्किल बना देती हैं
मूत्र कैथेटर
पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं पीना
जननांग क्षेत्र को साफ और सूखा न रखना

और पढ़ें:

महिलाओं की तरह पुरुषों में भी होता है ‘मेनोपॉज’, पार्टनर से बढ़ने लगती हैं शारीरिक दूरियां

शादी के बाद जाना है हनीमून, तो दिसंबर में सबसे ज्यादा मजेदार होती है यह 5 रोमांटिक डेस्टिनेशन

Share this article
click me!

Latest Videos

कोलकाता केसः डॉक्टरों के आंदोलन पर ये क्या बोल गए ममता बनर्जी के मंत्री
कौन सी चीज को देखते ही PM Modi ने खरीद डाली। PM Vishwakarma
धारा 370 पर मोदी ने खुलेआम दिया चैलेंज #Shorts
अमेरिका में किया वादा निभाने हरियाणा के करनाल पहुंचे राहुल गांधी | Haryana Election
'कुत्ते की पूंछ की तरह सपा के दरिंदे भी...' जमकर सुना गए Yogi Adityanath #shorts