World AIDS Day 2022: एड्स को लेकर समाज में फैली है ये क्रूर भ्रांतियां, इन्हें दूर करना आज ही है जरूरी

हर साल 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे मनाया जाता है। यह दिन एड्स के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से पूरी दुनिया में मनाया जाता है। लेकिन आज भी हमारे देश में इसे लेकर कुछ भ्रांतियां हैं। आइए उन्हीं की बात करते हैं।

Deepali Virk | Published : Dec 1, 2022 2:40 AM IST

हेल्थ डेस्क: एड्स एक ऐसी बीमारी है जिससे दुनिया भर में लाखों लोग पीड़ित होते हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में कइयों की मौत हो जाती है और कई इस बीमारी से दूसरों को भी संक्रमित कर देते हैं, क्योंकि दुनिया भर में लोगों को एड्स के बारे में कई गलत अवधारणाएं हैं। यह भ्रांतियां सिर्फ अनपढ़ ही नहीं बल्कि दुनिया भर के शिक्षित लोगों में भी है। ऐसे में आज विश्व एड्स दिवस (World AIDS day 2022) के मौके पर हम आपको बताते हैं एड्स के बारे में फैली विभिन्न मिथकों के बारे में जिसे दूर करना बहुत जरूरी है...

क्या एड्स और एचआईवी एक ही है
एड्स और एचआईवी दोनों अलग है एचआईवी एक प्रकार का विकार है जो मानव प्रतिरक्षा विकार कहलाता है, जबकि एड्स एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम है, जो एचआईवी का ही आगे का चरण है।

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क्या कीड़ों के काटने से एचआईवी होता है 
अक्सर लोगों का सवाल रहता है कि जब हमें मच्छर या खून चूसने वाला कोई कीड़ा काटता है, जो पहले से किसी संक्रमित व्यक्ति को काट चुका है, तो क्या वह एचआईवी संक्रमण को फैला सकता है? तो आपको बता दें कि मच्छर या अन्य चूसने वाले इंसेक्ट्स के काटने से एड्स का खतरा नहीं होता है।

क्या एक संक्रमित व्यक्ति के बर्तन कपड़े यूज़ करने से एड्स फैलता है 
एचआईवी एक ऐसा वायरस है जो छूने से नहीं फैलता है। यानी कि अगर आप किसी एक संक्रमित व्यक्ति को छूते हैं या उसके भोजन, कटलरी, कपड़े को टच करते हैं, तो उससे यह वायरस नहीं फैलता है।

क्या किस करने से एड्स फैलता है 
किस करने से एड्स नहीं फैलता है, लेकिन अगर संक्रमित व्यक्ति के मसूड़ों से खून बह रहा है और दोनों के बीच खून का आदान-प्रदान हो जाए तो इससे एड्स फैलने की संभावना हो सकती है।

क्या ओरल सेक्स से एड्स फैलता है 
ओरल सेक्स से एड्स फैलने की संभावना बहुत कम होती है, क्योंकि वायरस शरीर के बाहर जीवित नहीं रहता है। 

क्या एड्स से संक्रमित मां बच्चे को भी संक्रमित कर सकती है 
अध्ययनों के अनुसार यदि एचआईवी से संक्रमित मां वायरस को कम करने वाली दवाओं का सेवन करती है, तो वायरस को फैलने से रोका जा सकता है, इसलिए यह कहना सही नहीं होगा कि संक्रमित मां हमेशा ही बच्चे को एचआईवी से संक्रमित करेगी।

एड्स होने का मतलब मौत है?
जी नहीं, एड्स एक ऐसी बीमारी है जिससे सही समय पर अगर रोक लिया जाए, तो इससे बचा जा सकता है। एक बार संक्रमित होने वाला व्यक्ति भी ठीक होने के बाद सामान्य जिंदगी जी सकता है।

और पढ़ें: World AIDS Day 2022: क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड एड्स डे, जानें क्या है इस साल का थीम

इससे कम बुखार में भूलकर भी ना करें एंटीबायोटिक का सेवन, हो सकते हैं यह गंभीर परिणाम

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