रिश्तेदार के घर से लौट रहे थे दादा-पोता, नेशनल हाईवे में इस हालत में मिले दोनो,गुस्साए लोगों ने किया चक्का जाम

झारखंड में NH 22 पर पेड़ के नीचे संदिग्ध अवस्था में गुरुवार के दिन दो लोगों की लाश बरामद हुई है। दोनो रिश्ते में दादा पोता है। संदिग्ध हालात में बॉडी मिलने के बाद गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर सरकार से मुआवजे की मांग की है। पुलिस ने उचित कार्यवाही करने का वादा किया।
 

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 8, 2022 12:45 PM IST

चतरा (झारखंड). झारखंड के सिमरिया में दो लोगों की संदिग्ध अवस्था में शव बरामद किए गए। दोनों रिश्ते में दादा और पोता है। जिस जगह पर शव मिला है वह चतरा-रांची एनएच 22 है। शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। शव की पहचान लटमा निवासी सुरेश साहू और उसका पोता सोनू कुमार के रूप में की गयी है। शव मिलने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी। घटनास्थल से मृतक की बाइक भी मिली है। 

स्थानीय लोगों ने विरोध में एनएच जाम किया
घटना के बाद जुटे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विरोध में एनएच जाम कर दिया। ग्रामीणों द्वारा एनएच जाम की सूचना पर सिमरिया थाने की पुलिस पहुंची और पूरे मामले की छानबीन की। हालांकि पुलिस का कहना है कि दोनों की मौत वज्रपात से हुई है। परिजनों ने बताया कि हमलोगों की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। मृतक के कान से खून निकलते देख कुछ लोगों को हत्या की आशंका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। 

25 लाख मुआवजे की मांग कर रहे आक्रोशित ग्रामीण
घटना से आक्रोशित लोगों ने चतरा रांची मुख्य पथ को जाम कर दिया है। ग्रामीण हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और हत्यारों की गिरफ्तारी के साथ-साथ 25-25 लाख रुपये आर्थिक मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। इधर घटना की सूचना पाकर सिमरिया अंचल अधिकारी छुटेश्वर रविदास, पुलिस निरीक्षक केके चौधरी, सिमरिया थाना प्रभारी विवेक कुमार और लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल में जुट गए हैं। पुलिस और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम हटाते हुए मौके से दोनों शवों को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजने के प्रयास में जुटे हैं। 

पुलिस ने कहा- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
मामले में परिजनों का कहना है कि उनका किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। लेकिन मृतकों के शरीर पर खून लगे हैं। ऐसे में यह हत्या है या वज्रपात से दोनों की मौत हुई है इसकी जांच होनी चाहिए। परिजनों के अनुसार मृतक दादा पोता अपने रिश्तेदार के घर जबड़ा गए थे। वहीं से लौटने के दौरान रास्ते में घटना घटी है। मामले में अंचल अधिकारी ने कहा है कि जांच के बाद सरकारी प्रावधानों के तहत मृतक के आश्रितों को आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा। जबकि पुलिस पूरे मामले में परिजनों के फर्द बयान पर तत्काल हत्या की प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की जांच करने की बात कह रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना के सही कारणों का पता चल पाएगा। अगर दोनों की हत्या हुई है तो किसी भी परिस्थिति में हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा।

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