13 साल के बेटे का आखिरी बार चेहरा देखने फूट-फूटकर रो रही मां, कोरोना बना अड़चन


कोरोना संक्रमण रिश्तों के बीच भी आड़े आ रहा है। यह कहानी एक ऐसी मां की है, जिसके बेटे की एक हादसे में मौत हो गई। लेकिन उसकी डेड बॉडी अब तक नहीं मिल पाई है। कोरोना की आशंका के जलते उसका पोस्टमार्टम होना है।

Asianet News Hindi | Published : Apr 14, 2020 12:45 PM IST / Updated: Apr 14 2020, 06:18 PM IST

धनबाद, झारखंड. कोरोना संक्रमण रिश्तों के बीच भी आड़े आ रहा है। यह कहानी एक ऐसी मां की है, जिसके बेटे की एक हादसे में मौत हो गई। लेकिन उसकी डेड बॉडी अब तक नहीं मिल पाई है। कोरोना की आशंका के चलते उसका पोस्टमार्टम कराया गया था। अब रिपोर्ट का इंतजार है। 13 साल के पिंकू साव की 5 दिन पहले क्रिकेट खेलते समय गिरने पर मौत हो गई थी। आशंका है कि कहीं उसे कोरोना तो नही हुआ था। इसलिए उसका पोस्टमार्टम कराया गया है। पिंकू की फैमिली चैनपुर महाराजगंज में रहती है। बच्चे का जीजा रोज PMCH जाता है और लौट जाता है। सोमवार को जब बच्चे का शव नहीं मिला, तो परिजन रोते हुए धनबाद विधायक राज सिन्हा के पास पहुंचे। हालांकि मामला कोरोना से जुड़ा है, इसलिए सब इस मामले में बेबस हैं।

मर्चुरी में रखा है शव..
बच्चे के जीजा महेश कुमार ने बताया कि  9 अप्रैल को गांव के मैदान में खेलते समय पिंकू अचानक गिर पड़ा था। उसे समीप के हॉस्पिटल लेकर गए। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद शव पुलिस को सौंप दिया गया। शव का PMCH में पोस्टमार्टम कराया गया। अब उसकी जांच रिपोर्ट का इंतजार है। 

इस बारे में सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास ने कहा कि मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के शव नहीं सौंपा जा सकता। कोरोना का मामला गंभीर है।

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