माता-पिता समझ रहे थे सेना में है बेटा, लेकिन मौत के बाद सच्चाई पता चली तो उड़ गए होश

धनबाद में मंगलवार 6 सितंबर को फाइनेंस कंपनी लूट की कोशिश में पुलिस एनकाउंटर मारे गए डकैत ने अपने घर वालों से भी बोल रखा था झूठ। राखी में घर आया तो बताया कि पुणे में NDA की ट्रेनिंग के लिए जा रहा पर जिलें में रहकर बना लुटेरा। सच्चाई पता चलने पर भी यकीन नहीं कर पाए घरवाले।

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 7, 2022 7:26 AM IST

धनबाद (झारखंड): धनबाद के मुथूट फिनकॉर्प में डकैती के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए डकैत की कहानी चौकाने वाली है। मारा गया डकैत शुभम सिंह धनबाद के ही भूली का रहने वाला था। पुलिस मारे गए अपराधी की तस्वीर लेकर उसके घर पहुंची। फोटो देख परिजनों ने उसकी पहचान कर ली। लेकिन पुलिस ने जब सच्चाई परिजनों को बताई तो डकैत के परिजनों को यकीन नहीं हुआ की उनका बेटा डकैत बन सकता है। उसने अपने परिजनों को भी धोखे में रखा था। क्योंकि शुभम ने परिजनों को बताया था कि वह पुणे में एनडीए कि ट्रेनिंग लेने जा रहा है। लेकिन वह धनबाद में ही था इसके जानकारी परिजनों को नहीं थी। उसके मरने की सूचना पर परिजन चीत्कार मार रोने लगे। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव की पहचान की। शुभम विश्वजीत सिंह का इकलौता पुत्र था। उसके पिता ड्राइवर है। जबकि दादा रामचंद्र सिंह रिटायर्ड बीएसएनएल कर्मी हैं। शुभम की दो छोटी बहनें भी हैं।

रक्षाबंधन में आखरी बार आया था घर, पिता को सेना ज्वाइनिंग का फर्जी मेल भेजा
परिजनों ने पुलिस को बताया है कि इस वर्ष रक्षाबंधन में वह आखिरी बार घर आया था। जिसके बाद एनडीए की ट्रेनिंग लेने के बाद बोल वह घर से चला गया था। आर्मी के फर्जी मेल से पिता को एनडीए का ज्वाइनिंग लेटर भी भेजा था। पिता से 10 लाख रुपए भी ठगे थे। पुलिस ने जब शुभम के डकैत बनाने की सच्चाई परिजनों को बताई तो उन्हे विश्वास नहीं हुआ। शुभम के शव का पोस्टमार्टम देर रात मेडिकल बोर्ड की निगरानी में हुआ। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। शुभम को पुलिस की दो गोली लगी थी। उसकी मौत और डैकैत बनने की सच्चाई से परिजन सदमे में हैं।

जेल में बंद सुबोध गिरोह के इशारे पर डैकैती करने पहुंचे थे
धनबाद के बैंक मोड़ स्थित मुथूट फिनकॉर्प में डकैती बेऊर जेल में बंद सुबोध गिरोह के इशारे पर करने की योजना थी। सुबोध गिरोह के पांच डकैत बैंक में डैकती करने पहुंचे थे। लेकिन वे अपने योजना में सफल नहीं हो पाए। पुलिस ने एक को मार गिराया जबकि दो डैकैत पकड़े गए। दो भागने में सफल रहे। घटना स्थल से पुलिस ने तीन देसी लोडेड पिस्तौल, तीन मैगजीन और दो बाइक बरामद की। जानकारी हो कि अपराधी 6 सितंबर की सुबह बैंक खुलते के साथ ही डकैती करने घुसे थे। करीब 8 करोड़ की सोना लूटने की अपराधियों की योजना थी। बैंक में करीब 14 किलो सोना था।

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