यह दिल दहलाने वाली घटना झारखंड के गिरडीह जिले के जमुआ की है। 11 साल के बच्चे को नहीं मालूम था कि आम का लालच उसकी जान ले लेगा। आम तोड़ने के बाद बच्चा पेड़ से नीचे उतर रहा था कि वहां से गुजरे हाईवोल्टेज तारों की की चपेट में आ गया। करंट लगते ही बच्चा वहीं मर गया और उसकी लाश पेड़ पर झूलती रह गई। बच्चा चेकडैम पर नहाने गया था।
गिरिडीह, झारखंड. मौत कब-कहां और किस रूप में आ जाए, कोई नहीं जानता। इस 11 साल के बच्चे को भी नहीं मालूम था कि मौत उसे आम का लालच देकर पेड़ पर चढ़ने को कहेगी। यह दिल दहलाने वाली घटना झारखंड के गिरडीह जिले के जमुआ की है। आम तोड़ने के बाद बच्चा पेड़ से नीचे उतर रहा था कि वहां से गुजरे हाईवोल्टेज तारों की की चपेट में आ गया। करंट लगते ही बच्चा वहीं मर गया और उसकी लाश पेड़ पर झूलती रह गई। घटना बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के जयनगर की है। बच्चा चेकडैम पर नहाने गया था।
आम देखकर नहाना छोड़कर पेड़ पर चढ़ गया था...
11 साल का करण महतो मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे चेकडैम पर नहाने गया था। झारखंड पब्लिक स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र करण जब नहा रहा था, तभी समीप लगे आम के पेड़ पर लटकते आम को देखकर उसका मन ललचा गया। जयनगर निवासी समर महतो ने बताया कि उसका बेटा करण अपने एक दोस्त के साथ नहाने गया था। जैसा कि उसके दोस्त ने बताया..करण आम देखकर पेड़ पर चढ़ गया था। लेकिन आम तोड़कर जैसे ही वो नीचे उतरने को हुआ, समीप से गुजरते हाईवोल्टेज बिजली के तारों की चपेट में आ गया। बच्चे ने करंट से वहीं दम तोड़ दिया। लाश पेड़ पर ही लटकी रही।
बेटे की मौत से पिता को लगा सदमा..
घटना की जानकारी लगने पर गांववाले आक्रोशित हो उठे। वे इसके लिए बिजली विभाग के अफसरों को दोषी मान रहे थे। बाद में पुलिस और पंचायत के मुखिया साधु हाजरा बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचे। इसके बाद थानेदार संदीप बाघवार ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिलाया। इस बीच जेबीवीएनएल के धनबाद एरिया के जीएम प्रतोष कुमार ने माना कि यह मेंटेनेंस में खामी का परिणाम है। बेटे की मौत से पिता को गहरा सदमा लगा। उन्होंने कहा कि वे चेकडैम पर जाने से बेटे को अकसर रोकते थे।