जमशेदपुर में एसपी रहते क्राइम का किया था खात्मा, सांसद बनकर किया था जबरदस्त काम। अब एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी को लेकर ऐसी बात बोल दी है, जिससे की पूरे देश में उनका विरोध होने लगा है।
जमशेदपुर. तेज तर्रार आईपीएस अफसर जिन्होंने जमशेदपुर के एसपी रहते शहर के क्राइम को न केवल कंट्रोल किया बल्कि एक तरह से क्रिमिनलों का सफाया ही कर दिया। इन दिनों राज्य ही नहीं पूरे देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं। आईपीएस से राजनेता बने डॉ अजय कुमार इन दिनों राष्ट्रपति पद की एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर चर्चा में हैं। इनकी राजनीतिक सफर की बात करें, तो सिविल सेवा की नौकरी छोड़ 2011 में जमशेदपुर से सांसद बने डॉ कुमार जेवीएम, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का दामन थाम चुके हैं। इनका जन्म कर्नाटक के मैंगलोर में 1985 में हुआ। पुडुचेरी के जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च संस्थान से डॉक्टर की डिग्री प्राप्त कीञ इसके बाद सिविल सेवा की ओर रूख किया और 1986 में आईपीएस बने।
द्रोपदी मुर्मू के बारे में क्या कहा था डॉ. अजय ने
बीते दिनों डॉ अजय ने एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार और झारखंड की पूर्व राज्यपाल के बारे में कहा था कि- द्रोपदी मुर्मू का स्वाभाव बहुल शामिल है, लेकिन वह ईविल फिलॉसफी को रिप्रजेंट करती है। उनकी विचारधार बुराई की है। हमें द्रोपउी मुर्मू को आदिवासी के प्रतीक के रूप में नहीं देखना चाहिए। भाजपा के शासन में अनुसूचित जाति की हालत बदतर हो गई है। राष्ट्रपति के यशवंत सिन्हा अच्छे विकल्प है। उनके इस बयान के बाद राज्य सहित पूरे देश की राजनीति गरमा गई। इसके बाद बीजेपी ने इस मुद्दे को बहुत बड़ा इश्यू बना दिया, और कांग्रेस को आदिवासी और महिला विरोधी बताया। इस बयान के बाद पूरे देश में डॉ. अजय का पुतला जलाया जा रहा है। हालांकि डॉ. अजय कुमार अपने बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि बीजेपी बयान को तोड़ मरोड़ के पेश कर रही है।
कांग्रेस के तीन राज्यों के प्रभारी के साथ-साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं डॉ अजय
झारखंड विकास मोर्चा (JVM) के साथ राजनीतिक सफर शुरू करने वाले डॉ कुमार वर्तमान में कांग्रेस के तीन राज्यों के प्रभारी हैं। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे डॉ अजय कुमार वर्तमान में तीन राज्य त्रिपुरा, नागालैंड और सिक्किम के प्रदेश प्रभारी हैं। डॉ कुमार कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के बतौर सदस्य भी हैं। साथ ही कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। डॉ. अजय कुमार के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।
डॉ. अजय का राजनीतिक सफर
अजय कुमार की राजनीतिक सफर की बात करें, तो सिविल सेवा की नौकरी छोड़ राजनीति में कदम रखने वाले डॉ कुमार झारखंड ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा (JVM) से राजनीतक सफर शुरू की। 2011 में जमशेदपुर के सांसद बनें। 15वें लोकसभा चुनाव को लेकर जमशेदपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी डॉ दिनेशानंद गोस्वामी को हराया। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के विद्युत वरण महतो से हार मिली।
अपराधियों को डॉ. अजय के नाम से लगता था डर, टाटा मोटर्स में सीनियर एग्जीक्यूटिव भी रह चुके हैं
1986 बैच के IPS अधिकारी रहे डॉ कुमार जमशेदपुर में एसपी रहने के दौरान 1996 के बाद उन्होंने सिविल सेवा को छोड़ दिया। इसके बाद टाटा मोटर्स में बतौर सीनियर एग्जीक्यूटिव कमान संभाली। कुछ साल कार्य करने के बाद उन्हें इसमें मन नहीं लगा और राजनीति की ओर रूख किया। 1994 से 96 के दौरान पूर्वी सिंहभूम के एसपी रहे डॉ कुमार अपने कड़क अंदाज के लिए मशहूर थे। एसपी रहते इन्होंने अपराधियों पर ऐसा नकेल कसा कि सभी के जुबान पर डॉ कुमार थे। इसी लोकप्रियता का असर था कि 2011 के लोकसभा उपचुनाव में जमशेदपुर से डेढ़ लाख से अधिक वोट से जीते। लेकिन, यह जीत 2014 के लोकसभा में बरकरार नहीं रख सके। 2014 के 16वें लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विद्युत वरण महतो से हार गये।
जेवीएम, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और फिर कांग्रेस पार्टी का सफर
डॉ कुमार 2014 में जेवीएम को छोड़ कांग्रेस का दामन थामा। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी बने। वहीं, 16 नवंबर, 2017 को झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने। लेकिन, दो साल में ही कांग्रेस से इनका मोहभंग हाे गया। 19 सितंबर, 2019 को कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। एक साल में ही आम आदमी पार्टी को छोड़ 27 सितंबर, 2020 को एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गये।
बयान के बाद देशभर में घिरे डॉ. अजय
होने वाली राष्ट्रपति के बारे में बयान देकर डॉ. अजय देशभर में घिर चुके हैं। भाजपाई इसका जमकर विरोध कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए। वहीं राज्य के बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश में कहा कि ये 11 करोड़ आदिवासियों का अपमान है। पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो ने कहा कि उनका यह बयान आदिवासी महिला पर बड़ा लांछन है।
देशभर में जलाए जा रहे हैं पुतले, माफी मांगने की उठ रही है मांग
डॉ. अजय के बयान से आक्रोशित भाजपाई देशभर में पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में गिरिडीह में बीजेपी ने राहुल गांधी और डॉ. अजय का पुतला फूंका। भाजपा नेताओं ने कहा कि एक महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार पर कांग्रेस नेता का बयान लोकतंत्र के लिए कहीं से उचित नहीं है। इसके अलावा जमशेदपुर व घाटशिला में वराेध जुलूस निकाल पर उनका पुतला फूंका गया। पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार ने बताया कि कांग्रेस शुरू से ही आदिवासियों एवं महिलाओं का शोषण करती रही है। जब तक डॉ अजय कुमार माफी नहीं मांगते कांग्रेस एवं डॉ कुमार का भाजपा विरोध करती रहेगी। जामताड़ा में भी पार्टी जिलाध्यक्ष सोमनाथ सिंह की अध्यक्षता में सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी का पुतला दहन किया गया।
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