बेहद दिलचस्प थी इन 2 बहुओं की चुनावी लड़ाई, जेठानी पर भारी पड़ी देवरानी

यह दो बहुएं एक ही परिवार की हैं। जो एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में थीं। जहां कांग्रेस की पूर्णिमा सिंह ने बीजेपी की प्रत्याशी रागिनी सिंह को चुनावी मैदान में हरा दिया है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 23, 2019 12:58 PM IST / Updated: Dec 23 2019, 06:33 PM IST

रांची. झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस महागठबंधन को जनादेश मिलता दिख रहा है। हेमंत सोरेन राज्य के अगले मुंख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन  सबसे ज्यादा लोगों की नजर धनबाद के झरिया सीट पर थी। जहां एक देवरानी ने अपनी जेठानी को हरा दिया है।

देवरानी ने जेठानी को इतने वोटों से हराया
बता दें कि यह यह दो बहुएं एक ही परिवार की हैं। जो एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में थीं। जहां कांग्रेस की पूर्णिमा सिंह ने बीजेपी की प्रत्याशी रागिनी सिंह को चुनावी मैदान में हरा दिया है। पूर्णिमा  को 44,599 वोट मिले, जबकि रागिनी सिंह के पक्ष में 39,686 वोट पड़े।

मेंशन परिवार बनाम रघुकुल परिवार
कोयलांचल की सबसे हॉट सीटों में झरिया विधानसभा सीट पर मेंशन परिवार बनाम रघुकुल परिवार के बीच सियासी वर्चस्व रहा है।  2014 में इस सीट से बीजेपी के टिकट पर संजीव सिंह और कांग्रेस के टिकट पर नीरज सिंह ने चुनाव लड़ा था, जिसमें नीरज सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।

पति का टिकट काट कर पत्नी को दिया टिकट
इसके बाद 2017 को नीरज सिंह की हत्या हो गई, इसी हत्या के आरोप में संजीव सिंह फिलहाल जेल में हैं। इसीलिए चलते बीजेपी ने संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह को उतारा हैं, जिसके मुकबाले कांग्रेस ने नीरज सिंह की पत्नी पुर्णिमा सिंह को उतारकर एक बार फिर दोनों परिवार के बीच सियासी जंग को समेट दिया है।
 

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