झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र: सदन के बाहर बीजेपी विधायकों क्यों करने लगे हंगामा, 1 अगस्त तक कार्यवाही स्थगित

विधानसभा का मानसून सत्र के पहले दिन बीजेपी विधायकों ने सदन के बाहर जोरदार हंगामा किया। भाजपा विधायकों ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति के लिए दिये बयान पर हंगामा किया। एक अगस्त तक विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। 

Pawan Tiwari | Published : Jul 29, 2022 11:28 AM IST

रांची. झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ। सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष कक्ष में स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वागत किया। उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट की। इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मानसून सत्र के लिए स्टीफन मरांडी, रामचंद्र चंद्रवंशी, सीता सोरेन, बिरंची नारायण और नमन विक्सल कोंगाडी को सभापति बनाया गया। स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निर्वाचन पर उन्हें शुभकामनाएं दीं। इसके अलावा मांडर विधानसभा से निर्वाचित शिल्पी नेहा तिर्की को भी शुभकामनाएं दी गयीं। अपने शोक प्रस्ताव में दिवंगत हुए बड़े नेताओं के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। सदन में दिवंगत हुए लोगों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा गया। इसके बाद एक अगस्त की सुबह 11 बजे तक विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। 

अधीर रंजन के बयान पर बीजेपी ने किया हंगामा
विधानसभा का मानसून सत्र के पहले दिन बीजेपी विधायकों ने सदन के बाहर जोरदार हंगामा किया। भाजपा विधायकों ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति के लिए दिये बयान पर हंगामा किया। बीजेपी विधायकों ने कहा कि आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपमानित करने वाली सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को माफी मांगना चाहिए। आदिवासी महिला राष्ट्रपति को अपमानित करने वाले कांग्रेसी नेता को शर्म आनी चाहिए। बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने कहा कि कांग्रेसी नेता आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान कर रही है। हमारी सरकार से मांग है कि राज्य सरकार मानसून सत्र में निंदा प्रस्ताव लाने का काम करें। भाजपा विधायकों ने नारेबाजी की- ‘आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’। 

आजसू विधायक लंबोदर महतो ने दिया धरना
विधानसभा में प्रदेश के मुद्दों को लेकर विधायक सरकार तक अपना ध्यान आकृष्ट करने में जुटे दिखे। सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले आजसू विधायक लंबोदर महतो ने सदन के बाहर धरना दिया। झारखंड को अविलंब सूखा क्षेत्र घोषित करें सरकार और 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करों की तख्ती लिए विधानसभा परिसर में नजर आए। उन्होंने कहा- जुलाई का महीना खत्म होने को है और राज्य में अब तक अपेक्षा के अनुरूप बारिश नहीं हुई है। इसलिए वे प्रदेश को सूखा क्षेत्र घोषित करने की मांग कर रहे है।

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