
गुमला (झारखंड). बेटिया जिस तरह से अपनी कामयाबी से देश को गर्व महसूस करा रही हैं, उनको हर मां-बाप आगे बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन झारखंड से एक एक ऐसी कहानी सामने आई है, जहां एक पिता अपनी ही बेटी के सपनों को पूरा नहीं होने देना चाहता है। वह बच्ची को पढ़ने नहीं दे रहा है, मजबूर होकर बेटी ने अपना घर ही छोड़ दिया।
लड़की ने पुलिस को रोते हुए बयां किया दर्द
दरअसल, यह कहानी गुमला जिले के बाल कल्याण समिति में गरुवार को सामने आई। जहां एक बेटी रोते हुए पुलिस के सामने आपना दर्द बयां कर रही थी। मासूम चार दिन पहले अपने घर से भागकर आई थी, वह भी अपने पिता के कारण। बच्ची ने कहा-वह आगे होकर पुलिस में नौकरी करना चाहती है, इसके लिए वो पढ़ाई कर रही है। लेकिन पापा मुझको पढ़ने नहीं देते हैं और उनका साथ सभी घरवाले दे रहे हैं। इसी वजह से में अपने घर से भागकर आ गई, ताकि मैं पढ़ाई कर सकूं।
पुलिस ने पिता के सामने बेटी के लिए रखी एक शर्त
जब पिता उस बेटी को लेने के लिए बाल कल्याण समिति आया तो पुलिस ने शर्त रखी कि अगर वह बेटी को पढ़ाएगा तो ही उसको बच्ची मिलेगी। साथ ही उसकी पुलिस की तैयारी भी कराएंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया जाएगा। पिता ने सारी शर्ते मान लीं और अपनी बेटी को घर ले गया।
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