दरअसल, कोरोना संकट के समय कई बार ऐसा देखा जा रहा है कि कुछ लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर कोरोना से जुड़ी गलत जानकारी या अफवाह फैला रहे हैं। ऐसे में झारखंड पुलिस ने तय किया है कि लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे उन्हें हवालात की सैर कराई जाएगी।
Asianet News Hindi | Published : Apr 16, 2020 11:06 AM IST / Updated: Apr 16 2020, 04:38 PM IST
रांची. देश में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में लोग अपने अपने घरों में कैद हैं। लेकिन इस दौरान कई बार देखा गया कि लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे है या गलत जानकारी शेयर कर रहे हैं। अब इसको लेकर झारखंड पुलिस की ओर से एक एडवाइजरी जारी की गई हैं। जिसमे कहा गया है कि लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल
सावधानी से करें। अगर कोई व्यक्ति इसके माध्यम से गलत जानकारी या अफवाह फैलाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
आईटी सेल रख रही है पैनी नजरदरअसल, कोरोना संकट के समय कई बार ऐसा देखा जा रहा है कि कुछ लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर कोरोना से जुड़ी गलत जानकारी या अफवाह फैला रहे हैं। ऐसे में झारखंड पुलिस ने तय किया है कि लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे उन्हें हवालात की सैर कराई जाएगी। इसके लिए फेसबुक, व्हाट्सएप ,टि्वटर टिक टॉक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर आईटी सेल की पैनी नजर है।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी 8 धाराओं के तहत कार्रवाईपुलिस मुख्यालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि जो लोग सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं उन पर आईपीसी की कुल 8 धाराओं के तहत कार्रवाई होगी। साथ ही लोगों से अपील है कि जो लोग अफवाह फैला रहे हैं उनकी जानकारी आप www.cybercrime.gov.in, twitter@jharkhandpoliceऔर 100 नंबर पर दे सकते हैं। साथ ही एडवाइजरी में कहा गया है कि जो लोग सोशल मीडिया पर बिना सोचे-समझे चीजों को शेयर करते हैं उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
DGP की लोगों से अपीलDGP एमवी राव ने गुरुवार को लोगों से अपील की है कि लोग अपने-अपने घरों में रहे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। साथ ही किसी भी प्रकार के ऐसे पोस्ट को शेयर ना करें जिससे समाज में विद्वेष फैले। साथ ही राव ने कहा कि किसी प्रकार की परेशानी होने पर 100 नंबर पर डायल करें पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी। बता दें कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर अब तक झारखंड पुलिस की ओर से 86 मामले दर्ज किए गए हैं। इन सभी मामलों में 126 लोगों को आरोपी बनाया गया है। जिसमें से 71 की गिरफ्तारी हो चुकी है।