झारखंड में सियासी उठापटक के दौरान कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे राज्य पहुंच कर वहां पार्टी के नेताओं विधायकों की मीटिंग होने वाली है। डैम घूमने के बाद सभी विधायक वापस रांची लौट रहे है, जहां वह मीटिंग मे शामिल होंगे।
रांची (झारखंड). झारखंड में राजनीतिक हलचल के बीच जेएमएम के उठाए गए कदम ने सभी को चौंका दिया। सभी कयास लगा रहे थे की हेमंत सोरेन सभी विधायकों को छत्तीसगढ़ या अन्य किसी राज्य में भेज सकते है। लेकिन हेमंत ने सभी विधायकों को राजनीतिक पिकनिक करवाई, डैम घुमाए और 2 दिनों से चल रहे घमासान से हुई मानसिक तनाव से विधायक को छुटकारा दिलवाया। इसी बीच सभी न खूंटी में जमकर मजा किया। उसकी तस्वीरे भी पोस्ट की। अब 4 घंटे तक खूंटी में मस्ती के बाद सभी शाम 6 बजे विधायक खूंटी के डूमरगढ़ी गेस्ट हाउस से रवाना हो गए हैं। सबसे अगली बस में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद बैठे हैं। रास्ते में वे ग्रामीणों से रुक रुककर मिल रहे हैं फिर आगे बढ़ रहे हैं। बता दें सीएम सोरेन विधायकों को सीएम हाउस से 3 लग्जरी बसों से गेस्ट हाउस लेकर आए थे। यहां चार घंटे तक विधायक रुके थे।
कांग्रेस ने रात 8 बजे बुलाई है बैठक
बताया जा रहा है कि विधायक वापस रांची आ रहे हैं। यहां पर झारखंड कांग्रेस ने आज रात साढ़े 8 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। वहीं जेएमएम के विधायकों की बैठक सीएम हाउस में होनी है। इसके पहले डूमरगढ़ी गेस्ट हाउस में रिफ्रेशमेंट के बाद मुख्यमंत्री कुछ विधायकों के साथ डैम में बोटिंग करने भी गए थे। लतरातू डैम के गेस्ट हाउस में विधायकों के खाने की विशेष व्यवस्था की गई थी। विधायकों के खाने के लिए मटन, फिश करी और चावल बनाया गया था। झारखंड कांग्रेस ने आज रात साढ़े 8 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की अध्यक्षता में ये बैठक होगी।
ऑपरेशन लोटस से बचने की कोशिश
राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि ऑपरेशन लोटस चलता रहता है। महाराष्ट्र में हुआ, दिल्ली में कोशिश हुई। बिहार में भी कोशिश की गई। कई जगहों पर इन्होंने कोशिश की, इसलिए सावधानी बरतते हुए सब इकट्ठे हैं। इधर, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस बसों में केवल 33 विधायक जा रहे हैं।
सीएम के खिलाफ केस करने की तैयारी
इधर, बीजेपी का दावा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ केस दर्ज करने की भी तैयारी है। बीजेपी का कहना है कि अगर उनकी विधायकी जाती है तो उनके ऊपर केस दर्ज करने पर भी फैसला हो सकता है। वहीं, सीएम हेमंत सोरेन ने पूरे घटनाक्रम पर करारा जवाब दिया है। शुक्रवार देर रात ट्वीट कर उन्होंने कहा है, "सरकारी कुर्सी के भूखे हम लोग नहीं है। बस एक संवैधानिक व्यवस्था की वजह से आज हमें रहना पड़ता है, क्योंकि उसी के माध्यम से हम जन-कल्याण के काम करते हैं ।
सीएम के चुनाव नहीं लड़ने पर जारी है सस्पेंस
इस बीच सीएम को एक तय समय तक चुनाव नहीं लड़ने के सवाल पर सस्पेंस जारी है। राजभवन के सूत्रों की मानें तो राज्यपाल ने फिलहाल सीएम की विधायकी रद्द की है। डिबार करने संबंधी कोई बात सामने नहीं आई है। ऐसे में अगर केवल सीएम की विधायकी जाती है तो वे इस्तीफा देने के बाद तुरंत विधायक दल के नेता चुने जाएंगे और राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। हालांकि, ये सब नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
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