नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरों ने देश के अलग अलग राज्यों में हुए अपराधों को लेकर साल 2021 के आंकड़े जारी किए गए है। जिसमें रेप केस के 1425 मामलों के साथ देश में झारखंड राज्य 8वें नंबर पर है। एनसीआरबी के अनुसार प्रदेश में 18 से 30 वर्ष की महिलाए सबसे असुरक्षित।
रांची (झारखंड). नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने देश के विभिन्न राज्यों में हुए दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर वर्ष 2021 के आंकड़े जारी किया है। आंकड़ो के अनुसार दुष्कर्म के मामलों में झारखंड देश में आठवें नंबर पर है। रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में वर्ष 2021 में दुष्कर्म के 1425 मामले दर्ज किए गए। जारी रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में औसतन हर 6 घंटे में दुष्कर्म की एक घटना हो रही है। ये वो आंकड़े है जो थाना में रजिस्टर्ड हुए। इसके अलावा झारखंड में महिलाओं पर हमला करने के 164 मामले दर्ज हुए। दहेज के 1805, दुष्कर्म के प्रयास का 164, 55 मामले गैंगरेप के और 46 ऐसे मामले दर्ज किए गए जिसमें महिलाओं को दोबारा दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। वहीं वर्ष 2021 में झारखंड में दुष्कर्म मामले के 720 लोगों को सजा सुनाई गई जिसमें 703 पुरुष और 17 महिला आरोपी शामिल है।
18 से 30 साल की महिलाओं के लिए झारखंड असुरक्षित
एनसीआरबी के जारी आंकड़ों के अनुसार झारखंड में 18 से 30 साल की महिलाएं असुरक्षित हैं। 2021 में झारखंड में 1425 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए। इसमें 901 दुष्कर्म के केस 18 से 30 साल की महिला और युवतियों के साथ हुई। जबकि 6 से 12 वर्ष तक उम्र के दो नाबालिग, 12 से 16 साल की 16 नाबालिग, 16 से 18 साल के 231 नाबाकिग और महिलाएं, 30 से 45 साल के 218 महिलाएं, 45 से 60 साल 10 महिलाएं और 60 साल से ऊपर साल की एक महिला दुष्कर्म का शिकार बनी।
राजस्थान टॉप पर
एनसीआरबी द्वारा दुष्कर्म के मामले में जारी रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान पूरे देश में पहले नंबर पर है। 2021 में राजस्थान 6337 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए। दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश 2947, तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश 2845, महाराष्ट्र में 2496, असम में 1733, हरियाणा में 1716 और ओड़िसा में 1456 दुष्कर्म के केस दर्ज किए गए। केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में 1250 दुष्कर्म की घटनाएं वर्ष 2021 में हुई।